तमिलनाडु के नीलगिरी जिले के कुन्नूर में बुधवार को सेना का एक हेलीकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त हो गया। इसमें चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत अपने स्टाफ और परिवार के सदस्यों के साथ सवार थे। उनके साथ सेना के कुछ उच्च अधिकारी भी सवार थे। ये सभी एक कार्यक्रम में हिस्सा लेने के लिए जा रहे थे। अब तक सामने आई जानकारी के मुताबिक, हादसे के बाद तीन लोगों को बचाया चुका है। इनमें से दो की हालत गंभीर बताई जा रही है। इसमें चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS) जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्नी मधुलिका समेत सेना के 14 अफसर सवार थे। रिपोर्ट्स के मुताबिक, अब तक 14 लोगों में से 13 शव बरामद किए गए हैं, जो बुरी तरह जल चुके हैं। जिसके कारण सभी शवों की पहचान डीएनए टेस्ट से की जायेगी।
दुर्घटनाग्रस्त हुआ सेना का यह हेलीकॉप्टर एमआई सीरीज का था। इसमें दो इंजन होते हैं। अभी मौके पर छह एंबुलेंस मौजूद हैं। कन्नूर में सेना का हेलीकॉप्टर क्रैश होने की सूचना है। इस हेलीकॉप्टर में सीडीएस बिपिन रावत भी मौजूद थे। अब जो ताजा जानकारी मिल रही है उसके अनुसार हादसे में 4 अफसरों की मौत हो गई। अभी इनके नाम सामने नहीं आए हैं। सीडीएस बिपिन रावत के स्वास्थ्य के बारे में जानकारी के लिए इंतजार कर रहा है। वहीं, हादसे के बाद बिपिन रावत के जिले पौड़ी गढ़वाल के धारी मंदिर में पूजा-अर्चना शुरू हो गई है। लोग उनके स्वस्थ होने की कामना कर रहे हैं।
हादसे के जो विजुअल सामने आए हैं, उसमें हेलिकॉप्टर पूरी तरह क्षतिग्रस्त नजर आ रहा है और उसमें आग लगी हुई है। जनरल बिपिन रावत की स्थिति के बारे में अभी कुछ भी आधिकारिक तौर पर नहीं कहा गया है। उनकी पत्नी भी इस हेलिकॉप्टर में सवार थीं। हादसे के करीब एक घंटे बाद यह जानकारी दी गई कि जनरल रावत को अस्पताल ले जाया गया है, हालांकि उनकी स्थिति क्या है, इस बारे में कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया गया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को इस हादसे की जानकारी दे दी गई है। जनरल बिपिन रावत 31 दिसंबर 2016 से 31 दिसंबर 2019 तक सेना प्रमुख के पद पर रहे। उन्होंने 1 जनवरी 2020 को चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ का जिम्मा संभाला।