उत्तराखंड के पहाडी जिले पिथौरागढ़ में हुई पुलिसकर्मी मोहित जोशी की हत्या से परिवार के साथ ही पूरे प्रदेश में भी मातम छाया हुआ है। मोहित के सहकर्मी पुलिस कांस्टेबल के जरा से गुस्से ने हंसते-खेलते मोहित के परिवार को बर्बाद कर दिया है। और अब जब आज यानी 7 जनवरी को बेटे के जन्मदिन के दिन घर से पिता की अर्थी उठेगी। मोहित का शव छठे दिन खाई से बरामद हुआ। पुलिस ने आरोपी पुलिस कर्मी गिरीश जोशी के खिलाफ धारा 302 के तहत मुकदमा दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया है। गिरीश जोशी दन्यां अल्मोड़ा के धूरा का रहने वाला है।
पूरा मामला काशीपुर के भीमनगर कुंडेश्वरी निवासी मोहित जोशी पिथौरागढ़ पुलिस लाइन में तैनात था। वह पत्नी भारती जोशी और सात साल के बेटे के साथ रहता था। दो जनवरी को वह लापता हो गया था। पत्नी ने कोतवाली में गुमशुदगी दर्ज कराई थी जिसके बाद पुलिस उसकी तलाश में जुटी थी। सीसीटीवी फुटेज चेक करने पर मोहित अपने सहकर्मी गिरीश जोशी के साथ गाड़ी में बैठा दिखाई दे रहा था। पुलिस ने सहकर्मी कांस्टेबल को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो उसने मोहित की हत्या करने का जुर्म कबूल लिया।
गिरीश जोशी ने बताया कि 11 दिसंबर को उसके कमरे की किसी ने बाहर से कुंडी लगा दी थी। उसे इसका शक मोहित जोशी पर था। इसको लेकर दोनों में विवाद भी हुआ था। इसके बाद दो जनवरी को वह अपनी अल्टो कार से मोहित जोशी को अपने साथ लेकर गया और बांस रोड में कफलडुंगरी के पास जब मोहित पहाड़ी की ओर लघुशंका करने लगा तो गिरीश ने उसे खाई में धक्का दे दिया। मोहित की मौसी सावित्री ने बताया कि एक जनवरी को उसने फोन कर अपनी मां, भाई और चचेरे भाइयों से बात की थी। घर में दादा-दादी पोते के जन्मदिन मनाने की तैयारियों में जुटे थे। लेकिन दुर्भाग्य से पोते के जन्मदिन के दिन ही बेटे का शव घर पहुंचेगा।