क्या कोई पांच साल का मासूम बच्चा सोच भी सकता है, उसका पिता जो उसे बहुत प्यार करता है, एक दिन उसे खुद अपने ही हाथों से मार डालेगा। जी हाँ, पांच साल के धैर्य ने भी ये कभी नहीं सोचा होगा, की उसका पिता चिप्स दिलाने क बहाने अपने साथ ले जाकर उसकी हत्या कर देगा।
जानकारी के अनुसार 9 जून 2018 को, मंगलौर के लालबाड़ा निवासी शोभित अग्रवाल ने अपने पांच साल के मासूम बेटे धैर्य की गला घोटकर हत्या कर, शव को खेत मे फ़ेंक दिया। बताया जा रहा है की पिता शोभित ने हत्या करने की बाद, पुलिस मे रिपोर्ट लिखवाई की उसका बेटा 2 दिन से लापता है। उसने पुलिस को दी तहरीर मे बताया की वह बेटे धैर्य को दो दिन पहले चिप्स दिलाकर उसके चाचा की पास छोड़कर काम पर चला गया था, लेकिन जब शाम को वापस आया तब तक धैर्य लापता हो चूका था।
एसपी (देहात) मणिकांत मिश्रा ने बताया कि पुलिस जांच में आस पास के लोगों से पता चला कि धैर्य को उसके पिता शोभित अग्रवाल के साथ अलग-अलग जगहों पर देखा गया। जांच मे जब पुलिस की टीम ने शहर मे लगे सीसीटीवी कैमरे खंगाले तो पिता शोभित ही बेटे को बाइक पर बैठकर जाता हुआ दिखाई दिया। पुलिस ने जब पिता शोभित अग्रवाल को हिरासत मे लेकर, सख्ती से पूछताछ की तो उसने अपना जुर्म क़बूल किया।
उसने बताया की उसकी आर्थिक स्तिथि ठीक नहीं थी, जिससे वह अपने बच्चे का लालन-पोषण नहीं कर पा रहा था। तब उसने लिब्बरहेड़ी के पास गन्ने के खेतों में अपने बेटे को ले जाकर गला घोंटकर मार दिया और शव को खेत में ही फेंक ही दिया। उसकी निशानदेही पर पुलिस ने धैर्य का शव बरामद कर घर वालों को सौंप दिया। उसके बाद से घर वालों का रो-रोकर बुरा हाल है।
ये भी पढ़ें:आखिर कौन है वो लड़की जो चाचा नेहरु को फोटो में किस कर रही है।
एसपी (देहात) ने बताया कि शोभित ने हत्या की वजह आर्थिक तंगी बताया है, लेकिन शोभित की दवा की दुकान है और पशु चारे की एजेंसी भी है। पुलिस ने बतया की उसके परिवार के सदस्यों की आर्थिक स्थिति भी अच्छी है, इसलिए हत्या का जो कारण बताया जा रहा है वो संदिग्द है और उसकी जांच की जा रही है।