जब भी भारत में आपको हड़ताल करनी होती है तो सबसे आसान तरीका होता है पब्लिक ट्रांसपोर्ट को बंद कर दो जिससे लोग एक जगह से दूसरी जगह न जा सकें, और अगर कोई गाडी वाला अपनी रोजी के लिए गाडी चलाना बंद न करे तो उसे पहले डराओ धमकाओ और फिर भी न माने तो उसके साथ मारपीट करो और फिर गाडी में आग लगा दो। तो इस सबसे सरकार का क्या नुकसान होता है बस थोडा बहुत ही ज्यादा परेशानी और नुकसान तो आम जनता और उस ट्रांसपोर्ट वाले को ही झेलना पड़ता है क्यूंकि उस दिन वो कुछ काम ही नहीं कर सका।
आज यहाँ हम हड़ताल का जो तरीका आपको बता रहे हैं वो इतना शानदार है कि सरकार को नुक्सान तो है ही पर जनता को तो फायदा ही फायदा है। हम यहाँ बात कर रहे हैं जापान की जो अपने देश के लोगों की मेहनत और जज्बे के कारण एशिया का एकमात्र विकसति देश है और पूरी दुनियां को हमेशा अच्छे लेसन सिखाता रहता है। यहाँ की एक पब्लिक ट्रांसपोर्ट सेक्टर की बड़ी कंपनी ‘रयोबी बस सर्विस’ जो इन दिनों हड़ताल पर है। क्यूंकि इनके तय मार्ग पर सरकार ने दूसरी पब्लिक ट्रांसपोर्ट कंपनी मेगुरिन बस सर्विस को चलने की अनुमति दे दी है, अब रयोबी ने मांग की थी कि उसका रूट बदला जाए पर सरकार ने उनकी बात नहीं मानी। उसके बाद ‘रयोबी बस सर्विस’ ने हड़ताल पर जाने का फैसला किया है और इस स्ट्राइक का नाम ‘फ्री राइड स्ट्राइक’ रखा गया है।
दरसल इस स्ट्राइक में हो यह रहा है कि ‘रयोबी बस सर्विस’ के कर्मचारी हड़ताल पर तो हैं ही पर उन्होंने अपने वाहनों को चलाना बंद नहीं किया है, क्यूंकि बंद करने से आम जनता को बहुत परेशानी होती तो उन्होंने रोज की तरह ही अपने काम को चालु रखा है पर वो किसी भी यात्री से कोई भी किराया नहीं ले रहे हैं, जिससे आम जनता तो खुश है पर नुकसान सीधे सरकार को हो रहा है क्यूंकि उन्हें रोज मिलने वाला शुल्क प्राप्त ही नहीं हो रहा है।