मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत आज आईटीबीपी के सीमाद्वार स्थित क्षेत्रीय मुख्यालय में आयोजित फ्लैग इन समारोह में बतौर मुख्य अतिथि शामिल हुए।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि आईटीबीपी शौर्य और संवेदना का दूसरा नाम है। हिमवीर जहां एक ओर अपने परिवार से दूर रहकर अति दुर्गम एवं सीमांत क्षेत्रों में तैनात रहकर देश की सेवा में तत्पर रहते हैं। वहीं अपने मानवीय कर्तव्यों को भी नहीं भूलते। कोरोनाकाल में भी आईटीबीपी ने दो बड़े पर्वतारोहण अभियानों को सफल बनाकर सकारात्मक संदेश दिया है।
कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने पर्वतारोहण दल में शामिल हिमवीरों को सम्मानित भी किया। इस अवसर पर आईटीबीपी के महानिरीक्षक उत्तरी सीमांत नीलाभ किशोर, उपमहानिरीक्षक कुंवर पाल सिंह, मंधीर एक्का, रणजीत सिंह, निम के कर्नल अमित बिष्ट आदि उपस्थित थे।