जहाँ एक और सभी अपने परिवार के नए साल का जश्न मना रहे थे वही दूसरी तरफ सेना के जवान ने देश की रक्षा के लिए अपने प्राणों का बलिदान दिया। नए साल के आगाज पर उत्तराखंड के एक और जवान की शहादत की खबर से पूरे क्षेत्र में शोक की दौड़ गई है।
जानकारी के अनुसार, उत्तराखंड के गंगोलीहाट क्षेत्र का लाल गोपाल सिंह माहरा बुधवार की सुबह नगालैंड में आतंकी हमले में शहीद हो गए। गंगोलीहाट के दशाईथल जजौली निवासी गोपाल सिंह माहरा 24 असम राइफल में तैनात थे। हाईस्कूल करने के बाद गोपाल सिंह 1987 में असम राइफल्स में भर्ती हो गए थे। शहीद के घर में उनकी पत्नी बसंती, 17 वर्षीय पुत्र सौरभ और 14 वर्षीय पुत्री हिमानी है। परिजनों ने बताया है की शहीद एक साल बाद रिटायर होने वाले थे।
बताया जा रहा है, बृहस्पतिवार देर शाम तक जवान का पार्थिव शरीर उनके पैतृक गांव जजौली पहुंचने की संभावना है। सुचना मिलते ही शिक्षा मंत्री अरविंद पांडेय ने भी शहीद के घर जाकर परिवार वालों को ढाढ़स बंधाया और शोक संवेदना प्रकट की। चार भाइयों में दूसरे नंबर के थे। उनके बड़े भाई निर्मल माहरा भी असम राइफल में सूबेदार के पद और तीसरे नंबर के भाई ठाकुर सिंह सेना में पुंछ में तैनात हैं। जबकि बसे छोटे भाई रिपुसूदन माहरा दशाईथल में दुकान चलाते हैं। गोपाल सिंह के पिताजी वीरता पुरस्कार प्राप्त स्व.त्रिलोक सिंह भी असम राइफल्स में तैनात थे।