Home उत्तराखंड उत्तराखंड से गयी रेजिमेंट का कमाल, इस रणनीतिक लोकेशन पर कब्जा चाहता...

उत्तराखंड से गयी रेजिमेंट का कमाल, इस रणनीतिक लोकेशन पर कब्जा चाहता था चीन, अब भारतीय सेना का नियंत्रण

बात है 29 और 30 अगस्त की रात की जब लद्दाख में करीब दो सौ चीनी सैनिक हमारी हमारी सरजमीं पर घुसपैठ का पक्का इरादा करके बढ़े चले आ रहे थे, लेकिन हमारे जांबाजों ने उन्हें खदेड़ दिया था। लद्दाख में दोनों देशों के बीच ताजा झडप पैंगोंग झील के दक्षिणी किनारे पर स्थित एक चोटी को लेकर हुई। वो चोटी एलएसी के इस तरफ यानी भारतीय सीमा में ही है। इस चोटी पर किसी देश का कब्जा नहीं हुआ करता था। दोनों देशों के बीच हुई कमांडर स्तर की बातचीत में उस खास चोटी का मुद्दा भी उठा था, लेकिन बात नहीं बनी थी। भारत को इस बात की भनक थी कि चीन उस चोटी पर कब्जा करने की फिराक में है। जानकारी के मुताबिक चीन के इरादों को भांपकर भारतीय फौज ने तैयारी शुरु कर दी थी।

यह भी पढ़िये: उत्तराखंड: पहाड़ में एक तरफा सनकी आशिक का शिकार हुई 22 वर्षीय BA की छात्रा, दरांती से हत्या

खबरों की मानें तो इसके बाद भारतीय सेना की विकास रेजिमेंट बटालियन को उत्तराखंड से पैंगोंग लेक के दक्षिणी तट के पास तैनाती की गई। इस बटालियन ने बेहद अहम रणनीतिक लोकेशन को अब अपने नियंत्रण में ले लिया है। यह लोकेशन LAC के पास है जो निष्क्रिय था। लेकिन अब इसपर भी भारतीय सेना के जवानों में मौजूदगी जमा ली है। बता दें कि इस बाबत चीन का दावा है कि यह लोकेशन चीन का हिस्सा है। यह लोकेशन ऊंचाई पर स्थित हैं। आपको बता दें पहाड़ों में युद्ध के दौरान ऊंचाई पर जिस देश की भी सेना रहती है उसे काफी लाभ मिलता है। यही कारण है कि चीनी सैनिक इसे कब्जाना चाहते थे, ताकि उन्हें इस लोकेशन का रणनीतिक लाभ मिल सके। लेकिन भारतीय सेना के जवानों ने चीनी सैनिकों के मंसूबे को नाकाम कर दिया।

यह भी पढ़ें: उत्तराखण्ड: प्रिंसिपल के सिर चढ़ा आशिकी का भूत, छात्राओं का नंबर निकाल करता था अश्लील चैटिंग

उत्तराखंड में तैनात विकास रेजिमेंट के बटालियन को लद्दाख भेजा गया था। इस बटालियन की तैनाती पैंगोंग झील के दक्षिणी किनारे पर की गई। भारतीय सेना ने टैंक और इनफैन्टरी गाड़ियों को भी पैंगोंग के दक्षिणी किनारे पर ठाकुंग के करीब तैनात कर दिया। इस पूरे ऑपरेशन में तिब्बती भी शामिल थे, जो विकास रेजिमेंट के तहत भारतीय जवानों के साथ काम करते हैं। तैयारी होने के बाद मौका मिलते ही विकास रेजिमेंट की बटालियान ने पैंगोग झील के किनारे की चोटी पर कब्जा कर लिया। चीन को जैसे ही खबर भारत के कदम की खबर मिली उसकी फौज बेचैन हो गई। चीन के बौखलाए सैनिक भारत में घुसपैठ के लिए आगे बढ़े, लेकिन चोटी पर कब्जे की वजह से हमारे जवान मजबूत स्थिति में थे।

यह भी पढ़ें: उत्तराखंड: पति संग मिलकर बेटी ने मां-बाप और दो बहनों को मार डाला, 16 महीने बाद खुला राज


LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here