लेह में तैनात देहरादून के सूबेदार अनिल कुमार क्षेत्री देश सेवा करते हुए शहीद हो गए। शहीद सूबेदार अनिल कुमार क्षेत्री देहरादून के चांदमारी घंघोरा गढ़ी कैंट में रहते थे जहाँ शुक्रवार शाम को उनका पार्थिव शरीर पहुंचाया गया और शनिवार को सैन्य व राजकीय सम्मान के साथ टपकेश्वर स्थित श्मशान घाट में अंतिम संस्कार किया गया।
सूबेदार अनिल कुमार क्षेत्री पुत्र लील बहादुर क्षेत्री 12-असम रेजीमेंट में लेह में तैनात थे। प्राप्त जानकारी के अनुसार १० दिसम्बर की रात को पेट्रोलिंग के दौरान सूबेदार अनिल कुमार क्षेत्री की तबीयत बिगड़ गई। जिसके बाद उन्हें इलाज के लिए निकटवर्ती सैन्य अस्पताल में लाया गया, जहाँ 11 दिसंबर को उन्होंने अपनी आखरी सांस ली।
सैन्य अधिकारीयों द्वारा, उनके शहीद होने की खबर मिलते है परिवार में कोहराम मच गया। पिता लील बहादुर क्षेत्री, पत्नी मधु क्षेत्री, बच्चों, भाईयों का रो-रोकर बुरा हो गया। खबर सुनकर स्थानीय लोग भी शहीद के परिवार को सांत्वना देने पहुंच गए। सूबेदार अनिल कुमार क्षेत्री, नवंबर में घर आये थे और 29 नवंबर को गए थे पोस्टिंग पर, और ड्यूटी ज्वाइन करने क १० दिन बाद उनके शहीद होने की खबर सुनकर हर कोई स्तबध है। शनिवार को उनके घर से सेना के वाहन में उनकी अंतिम यात्रा निकाली गई। जिसमे स्थानीय लोगों का हुजूम उमड़ा था। उसके बाद दोपहर को टपकेश्वर स्थित श्मशाम घाट में पूरे सैन्य सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया।
शहीद सूबेदार अनिल कुमार क्षेत्री अपने पीछे पत्नी, पिता, दो बेटे और दो भाईयों का भरा-पूरा परिवार छोड़ गए हैं। शहीद बड़ा बेटा समर्थ (13) आठवीं में पढ़ता है और छोटा बेटा सक्षम चार साल का है। शहीद के बड़े बेटे समर्थ ने अपने पिता को मुखाग्नि दी। बड़े भाई अशोक दून में ही प्राइवेट जॉब करते हैं। छोटे भाई मनोज जेएंडके राइफल्स में तैनात हैं।