आप लोगों ने अभी तक कम ही इस उत्तराखंडी पहलवान का नाम सुना है, पर ये पहलवान काफी पहले से ही दुनियां और भारत में उत्तराखंड का नाम रोशन करता आ रहा है। लाभांशु शर्मा मूल रूप से ऋषिकेश के चंद्रेश्वर नगर के रहने वाले हैं और वर्तमान में वह गुरुकुल कांगड़ी विश्वविद्यालय में शारीरिक शिक्षा प्रथम वर्ष के छात्र हैं, और अभी तक उन्होंने कुश्ती में राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर कई प्रतियोगिताओं में पदक जीते हैं जिससे उन्होंने देश और ऋषिकेश का नाम पूरे विश्व में ऊँचा किया है। अगर आपको उनकी अब तक की उपलब्धियां बतायें तो श्रीलंका में पिछले साल चल रहे तृतीय स्टूडेंट ओलंपिक इंटरनेशनल गेम्स- 2017 में लाभांशु शर्मा ने पाकिस्तान के पहलवान को हराकर भारत की झोली में स्वर्ण पदक डाला था, इससे पहले इंडो-नेपाल इंटरनेशनल रेसलिंग टूर्नामेंट के 120 किलोग्राम भार वर्ग में काठमांडो में स्वर्ण पदक जीत चुके हैं और नेशनल यूथ गेम्स के 120 किग्रा भार वर्ग में स्वर्ण पदक जीत चुके हैं।
और अब उत्तराखंड के इस सूरमा का नाम यूनिक वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज हो गया है, क्यूंकि उन्होंने पिछले साल 20 दिसम्बर को यूरोप के जार्जिया में 20 टन वजन के ट्रक को अपनी कमर पर बाँधा था और उसे तकरीबन 10 मीटर घसीटते हुए ले गये थे और तब वो एशिया के पहले खिलाड़ी थे जिन्होंने ये कारनामा किया था। और तब उन्होंने इस पूरे कारनामे की रिकॉर्डिंग यूनिक वर्ल्ड रिकॉर्ड को भेजी और अब यूनिक वर्ल्ड रिकॉर्ड की तरफ से ये घोषणा की गयी थी कि लाभांशु शर्मा ये कारनामा करने वाले ना बल्कि एशिया बल्कि पूरी दुनियां के पहले खिलाड़ी हैं। और इस तरह एक बार फिर उन्होंने पूरे उत्तराखंड को गोरवानित किया है, और अब पूरा उत्तराखंड उनकी इस उपलब्धि से बहुत खुश है। और वेसे अभी तक लाभांशु शर्मा ने कुल 11 स्वर्ण पदक जीते हैं।