इन दिनों केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार ने अपने 4 साल पूरे कर दिए हैं और उसके बाद पुनः 2019 में सत्ता में आने के लिए मिशन-2019 अभियान शुरू किया जा चुका है और इस अभियान में “संपर्क फॉर समर्थन” के लिए भाजपा की बड़ी राजनैतिक हस्तियाँ विभिन्न छेत्रों की जानी मानी हस्तियों से मुलाकात कर रहे हैं। ये अभियान पूरे देश के साथ-साथ उत्तराखंड में भी शुरू किया गया था| इसी सिलसिले में उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने भी कल यानी रविवार को विभिन्न धार्मिक गुरुओं से मुलाकात करी।
पर इन सभी मुलाकातों में ख़ास मुलाकात थी देहरादून के पलटन बाजार में स्थित जामा मस्जिद के काजी मोहम्मद अहमद कासमी से, क्यूंकि हमेशा से ही अधिकतर मुस्लिम वर्ग ने भाजपा से दूरी बनायी हुई है और माना जाता है कि मुस्लिम समुदाय कभी भी भाजपा का वोट बैंक नहीं रहा है तो इस कारण भी यह मुलाकात ख़ास थी। पर जैसे ही मुख्यमंत्री जामा मस्जिद पहुंचे वहां उनका जोरदार स्वागत किया गया, उसके बाद मुख्यमंत्री ने वहां मौजूद लोगों को अल्पसंख्यक समुदाय के लिए चलायी जा रही योजनाओं के बारे में अवगत कराया।
इसके बाद मुख्यमंत्री ने केंद्र सरकार की चार साल की उपलब्धियों पर आधारित पुस्तक काजी मोहम्मद अहमद को भेंट की और उसके बाद देश और राज्य के विकास के लिए उनसे समर्थन भी मांगा और फिर उन्होंने इस मौके पर कहा कि भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सबका साथ सबका विकास के सिद्धांत पर काम कर रहे हैं इसलिए हम समाज के हर महानुभावों से आशीर्वाद मांग रहे हैं। इसके बाद उन्होंने शहर काजी को रमजान की मुबारकबाद भी पेश की इस मौके पर शहर काजी ने उन्हें ईराक से मंगाए गए खजूर भी खिलाए।