कोविड-19 महामारी को हराने के महाभियान को कामयाब बनाने के लिए उत्तराखंड पूरी तरह से तैयार है। आज 16 जनवरी को देशव्यापी टीकाकरण अभियान की उत्तराखंड में सारी तैयारियां पूरीकर ली गई हैं। पहले दिन प्रदेश के सभी 13 जिलों में 34 बूथों पर तीन हजार से अधिक हेल्थ वर्करों को कोविड का टीका लगाया जाएगा। इनमें 32 सरकारी चिकित्सा संस्थान व दो निजी चिकित्सा संस्थान शामिल हैं। हर बूथ पर सौ व्यक्तियों को टीका लगाने का लक्ष्य रखा गया है। इसमें देहरादून जिले में पांच, हरिद्वार व ऊधमसिंह नगर जिले में चार-चार बूथ, नैनीताल में तीन और बाकी जिलों में दो-दो बूथों पर टीकाकरण किया जाएगा।
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पहले चरण में केंद्र की ओर से प्रदेश के 107530 सरकारी व निजी अस्पतालों के हेल्थ वर्करों, 1640 केंद्रीय स्वास्थ्य कर्मचारियों, 3450 आर्म्ड फोर्स मेडिकल सर्विसेस के कर्मचारियों के हिसाब से वैक्सीन की डोज निर्धारित की गई है। 34 टीकाकरण बूथों पर वेब कास्टिंग की जाएगी। इससे केंद्र की ओर से टीकाकरण प्रक्रिया पर निगरानी रखी जाएगी। इनमें एम्स ऋषिकेश और ऋषिकुल आयुर्वेदिक कॉलेज भी शामिल है, जबकि निजी चिकित्सा इकाईयों में हिमालयन अस्पताल जौलीग्रांट और एसजीआरआर मेडिकल कॉलेज शामिल किया गया है। टीकाकरण के शुभारंभ के अवसर पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी वीडियो कांफ्रेंसिंग से दून मेडिकल कालेज चिकित्सालय व हल्द्वानी मेडिकल कालेज में मौजूद स्वास्थ्य कर्मियों से भी बात करेंगे।
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मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत दून मेडिकल कॉलेज अस्पताल से जुड़ेंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि वैक्सीन पूरी तरह सुरक्षित है। इस पर किसी भी प्रकार का भ्रम नहीं रहना चाहिए। केंद्र की ओर से प्रदेश को पहली खेप के रूप में राज्य को एक लाख 13 हजार वैक्सीन प्राप्त हुई हैं। पहले चरण में 50 हजार हेल्थ वर्कर्स को कोविड-19 की यह वैक्सीन लगाई जानी है। उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी और केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन सहित वैक्सीनेशन निर्माण में लगे वैज्ञानिकों का आभार व्यक्त किया है।