दीपावली त्यौहार के चलते कोरोना काल से बंद पड़ी बसों का संचालन सुचारू करने और निगम को हुए घाटे को दूर करने के लिए उत्तराखंड परिवहन निगम द्वारा लंबी दूरी की बस भी बिना जांच के मार्गों पर भेजी जा रहीं हैं। जिसका खामियाजा यात्रियों को भुगतना पड़ रहा है।
शुक्रवार को देहरादून से लखनऊ और कानपुर के लिए गई दो बस नजीबाबाद के पास खराब हो गईं। यह बस तकरीबन चार से पांच घंटे तक खराब रहीं। जिससे यात्रियों को भारी परेशानी झेलनी पड़ी। आलम यह रहा कि सूचना मिलने के बावजूद न तो दूसरी बस भेजी गई, न ही मैकेनिक की व्यवस्था कराई गई। काफी घण्टों बाद चालक-परिचालक ने स्थानीय ग्रामीणों की मदद से बस ठीक कराईं और आगे रवाना हुए।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, isbt देहरादून से कानपुर के लिए पूर्वाह्न साढ़े 11 बजे जानी बस डेढ़ घंटे की देरी से दोपहर एक बजे आइएसबीटी पहुंची और नियमित वक्त से दो घंटे की देरी से डेढ़ बजे रवाना हुई। यह बस (यूके07-पीए-3066) शाम छह बजे नजीबाबाद में खराब हो गई। बस में 75 यात्री सवार थे। चालक व परिचालक रोडवेज कार्यशाला में संपर्क करते रहे मगर कोई मदद नहीं मिली। कुछ देर बाद दून से लखनऊ जा रही बस (यूके07-पीए-3067) भी इस बस से कुछ आगे जाकर खराब हो गई। कानपुर जाने वाली बस में सवार यात्री विजय मिश्रा ने फोन पर बताया कि चालक-परिचालक ने ग्रामीणों की मदद से स्थानीय मैकेनिक को बुलाकर बस दुरुस्त कराई। बस रात 10 बजे रवाना हुई, जबकि लखनऊ वाली बस रात तकरीबन 11 बजे ठीक होकर रवाना हुई। इस दौरान यात्रियों को काफी परेशानी झेलनी पड़ी।