माँ भारती की रक्षा हेतु लड़ते हुए आज फिर उत्तराखंड के गंगोलीहाट का एक सैनिक शहीद हुआ,मातृभूमि पर प्राण न्योछावर करने से बड़ा गर्व का विषय क्या हो सकता है लेकिन कब तक देश सेवा करते हुए निर्दोष सैनिक मरते रहेंगे।क्या देश की सीमाओं की सुरक्षा के बदले इसी तरह जवान मारे जाते रहेंगे!
उत्तराखंड के गंगोलीहाट विकासखंड बडेनाकुंड गांव (बुंगली) का २३ वर्षीय वीर सैनिक राजेंद्र सिंह जम्मूकश्मीर मे आतंकियों से लोहा लेते हुए शहीद हो गया। परिवार के इकलौते पुत्र की शहादत की खबर सुनकर पुरे परिवार मे कोहराम मच गया है।
बुंगली क्षेत्र के बडेनाकुंड गांव के रहने वाले २३ वर्षीय राजेंद्र सिंह बुंगला पुत्र चंद्र सिंह जाट रेजीमेंट (टीए) में सिपाही थे। राजेंद्र वर्ष 2015 मे सेना मे भर्ती हुए थे। दो माह पूर्व ही राजेंद्र राष्ट्रीय राइफल (आरआर) में तैनात हुए थे। सैन्य सूत्रों के अनुसार राजेंद्र सिंह बृहस्पतिवार को जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग जिले के काजीकुंडाताल में पेट्रोलिंग पर था। इसी दौरान आतंकवादियों ने उन पर हमला कर दिया। काफी देर तक बहादुरी से लड़ते हुए राजेंद्र ने शहादत दे दी। शुक्रवार को जिला मुख्यालय से पर्यावरण बटालियन के जवानों ने राजेंद्र के घर पहुंचकर उनकी शहादत की की खबर दी। शहादत की खबर सुनकर पुरे परिवार और क्षेत्र मे शोक की लहर है।
शहीद अपने परिवार के इकलौते पुत्र थे। उनकी तीन बहनें है। राजेंद्र की बड़ी बहन रेखा की शादी हो चुकी है, जबकि दो छोटी बहन खीमा और पूजा की जिम्मेदारी शहीद के ही कंधों पर ही थी। राजेंद्र के पिता चंद्र सिंह गांव में ही खेतीबाड़ी करते है और माता मोहिनी देवी गृहणी हैं। अपने इकलौत पुत्र की खबर सुनकर माता-पिता सदमे है। शहीद की माँ अपने पुत्र की याद मे बार-बार बेहोश हो रही हैं, वही दूसरी तरफ बहनों का भी रो रोकर बुरा हाल है।
शहीद राजेंद्र सिंह ने दो दिन पूर्व ही अपने दोस्त पंकज सिंह बोरा से फोन पर बात की और अपने परिवार और क्षेत्र का हालचाल जाना। शहीद राजेंद्र ने अपने दोस्त को फ़ोन पर बताया की इस बार वह दिवाली पर घर आएगा। लेकिन दो दिन बाद राजेंद्र की शहीद होने की खबर आ गयी। पंकज ने बताया की राजेंद्र काफी होनहार, जिज्ञासु और देशप्रेमी था। विज्ञान वर्ग से इंटरमीडिएट की परीक्षा पास करने के बाद राजेंद्र ने सेना में जाने का फैसला किया और सेना मे जाने की तैयरी करने लगा और वह इसमें सफल रहा।
प्रभु से प्रार्थना है कि देश सेवा करते हुए शहीद हुए गंगोलीहाट के नवयुवक राजू बुंगला की आत्मा को शांति प्रदान करे एवम परिजनों को इस कठिन घड़ी में कष्ट सहने की शक्ति प्रदान करे।ॐ शांति शांति शांति।