ये पूरा किस्सा है बीते 3 जनवरी का जब उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले के पुरोला कस्बे से एक नाबालिग छात्रा लापता हो गयी थी। दरसल हुआ ये था कि कक्षा 8 में पढने वाली पहाड़ की इस बेटी ने स्कूल जाते हुए घर पर कहा था कि वो शाम को अपने चाचा के यहाँ चली जायेगी और फिर अगले दिन ही घर वापस आएगी। पर जब अगले दिन मासूम घर वापस नहीं लौटी तो घरवालों ने उसकी खोजबीन करनी शुरू कर दी थी क्यूंकि गाँव में रहने वाली एक महिला राजकुमारी के घर मासूम का काफी आना-जाना था तो घर वालों को शक हुआ कि वही मासूम को बहला फुसला कर कहीं ले गयी है।
इसके बाद थाना प्रभारी ने किशोरी का फोन सर्विलांस पर लगा दिया था जिसके बाद पुलिस को यह सूचना मिली की मासूम उत्तरप्रदेश के मेरठ में है। उसे मेरठ के नारी निकेतन में रखा हुआ है, न्यायालय के आदेश के साथ मेरठ पहुंची पुरोला थाना पुलिस छात्रा को लेकर शुक्रवार को लौट आयी थी। इसके बाद जब नाबालिग छात्रा से पूछताछ पूछताछ की गयी तो उसने बताया कि गांव की ही एक महिला ने अपने परिचित युवक से फोन पर बात कराने के बाद उसे सहारनपुर जाने वाली बस में बैठा दिया था। वहां से खुरगान कैराना शामली निवासी सरबर पुत्र खुर्शीद उसे अपने घर ले गया। जहां तीन दिन तक उसके साथ दुष्कर्म किया।
इसके बाद जब आरोपित महिला का फोन सरबर को आया तो फिर उसने मासूम को कैराना में छोड़कर दिया और वहां से भाग गया, जहां से पुलिस ने पूछताछ के बाद उसे नारी निकेतन मेरठ भेज दिया था। मामले की जांच कर रहे पुलिस उपनिरीक्षक नवीन कुमार ने बताया कि पीड़िता के मेडिकल में बलात्कार की पुष्टि हुई है। आरोपित महिला और युवक के खिलाफ पोक्सो एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। न्यायालय के समक्ष पीड़िता के बयान के बाद इसमें बलात्कार आदि अन्य अपराध की धाराएं बढ़ाई जाएगी।