देवभूमि उत्तराखंड के साथ-साथ पूरे देशभर में भी तबसे तनाव की स्थिति बनी हुई है जबसे ये पता चला है कि दिल्ली के निजामुद्दीन तब्लीगी जमात में 2000 से अधिक लोगों के जमा होने की सूचना मिली है। इनमें से कई लोग कोरोना पॉजिटिव भी पाए गए हैं और अब तक मिली जानकारी के अनुसार इनमें से कई लोगों की मौत भी हो चुकी है। कोरोना वायरस संक्रमण के बीच उत्तराखंड के करीब 280 लोग अभी भी देशभर में तब्लीगी जमात में इस्लाम के प्रचार-प्रसार में जुटे हैं और ये देश के अलग-अलग हिस्सों में इस वक्त मौजूद हैं।
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निजामुद्दीन मरकज का मामला गरमाने के बाद पुलिस और खुफिया तंत्र ने प्रदेशभर से जमात में गए लोगों का आंकड़ा जुटाना शुरू कर दिया है। चिंताजनक बात ये है कि अभी तक यह पता नहीं लग सका है कि जमात में गए यह लोग फिलहाल देश के किन-किन राज्यों में हैं। इस बीच एक बड़ी खबर यहाँ सामने आ रही है और वह ये है कि हरिद्वार में मेला अस्पताल में आईसोलेट करने के लिए लाया जा रहा एक मुस्लिम युवक एम्बुलेंस से उतर कर भाग गया है। यह युवक मूल रूप से असम का निवासी बताया जा रहा है, जोकि दिल्ली जमात में शामिल हुआ था।
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इस युवक को उत्तराखंड पुलिस ने लकसर के सुल्तानपुर से पकड़ा था। वो एम्बुलेंस में पुलिस वालों और स्वास्थ्य विभाग के लोगों को चकमा देकर भाग गया। जिसके बाद थोड़ी देर के लिए पुलिस विभाग के हाथ-पाँव फूल गए लेकिन फिर जल्द ही क़रीब आधे घंटे के बाद उसे पकड़ लिया गया था। इस युवक ने भागने के दौरान कई जगह थूका भी है जिससे इन जगहों पर भी संक्रमण का खतरा बढ़ गया है। सभी सम्भावित जगहों पर अब प्रशासन के द्वारा छिड़काव भी कर दिया गया है। इसके बाद मुस्लिम युवक को मेला अस्पताल हरिद्वार के आईसोलेशन वार्ड में भर्ती किया गया है।