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उत्तराखंड: बचपन में भाई को मार डाला, अब बीवी की भी कर दी हत्या, ऐसे चढ़ा पुलिस के हाथ

लगभग पांच साल पहले हरिद्वार में पत्नी की हत्या कर फरार हुए इनामी बदमाश को स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) ने कानपुर (उत्तर प्रदेश) में गिरफ्तार कर लिया है। एसटीएफ के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) अजय सिंह ने बताया कि विश्वजीत मलिक मूल निवासी तीन नंबर जेल कैंप सितारगंज (ऊधमसिंह नगर) 25 नवंबर 2015 को अपनी पत्नी की हत्या कर फरार हो गया था। इसके बाद से ही पुलिस और एसटीएफ उसकी तलाश हर जगह कर रहे थे। हरिद्वार पुलिस ने उसपर पांच हजार रुपये का इनाम भी घोषित किया हुआ था।

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एसटीएफ के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अजय सिंह ने मामले का खुलासा किया। उन्होंने बताया कि ऊधमसिंहनगर के सितारगंज में रहने वाले विश्वजीत मलिक ने 25 नवंबर 2015 को अपनी पत्नी की हत्या कर दी थी। वारदात को अंजाम देने के बाद से वो फरार चल रहा था। पुलिस और एसटीएफ उसकी तलाश में जुटे थे। पिछले दिनों पुलिस को खबर मिली कि विश्वजीत कानपुर में कहीं छिपा हुआ है। इसके बाद आरोपी की गिरफ्तारी के लिए एसटीएफ और हरिद्वार पुलिस की संयुक्त टीम गठित की गई। टीम ने कानपुर पहुंचकर विश्वजीत की तलाश शुरू कर दी। दस दिन की मेहनत के बाद पता चला कि विश्वजीत कानपुर के रसूलाबाद में महेंद्रनगर गांव में पहचान बदल कर रह रहा है।

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अब विश्वजीत को  पुलिस ने धर दबोचा है। पूछताछ में आरोपी ने बताया कि उसके पत्नी से संबंध अच्छे नहीं थे। पत्नी छोटी-छोटी बातों पर झगड़ा करती थी। परेशान होकर पांच साल पहले उसने ससुराल हरिद्वार पहुंच कर उसकी हत्या कर दी। तब से वो पुलिस से बचने के लिए जगह-जगह छिपता फिर रहा था। विश्वजीत ने साल 1994 में मामूली सी बात पर अपने बड़े भाई गोपाल मलिक की हत्या कर दी थी। सितारगंज पुलिस ने उसे हिरासत में लेकर बाल सुधार गृह हल्द्वानी भेज दिया था। जहां से वो छह महीने बाद छूट गया, लेकिन तब तक अपराध करना उसकी जिंदगी का हिस्सा बन चुका था। आरोपी अब पुलिस की गिरफ्त में है।

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