सेना के जवानों को नक्सल प्रभावित इलाकों व दुर्गम क्षेत्रों में ड्यूटी के लिए तैयार करने के उद्देश्य से भारत तिब्बत सीमा पुलिस(आईटीबीपी) की ओर से उत्तरकाशी के महिडांडा में सीआईजेडब्ल्यू स्कूल संचालित किया जा रहा है। आईटीबीपी के साथ ही विभिन्न पुलिस एवं अर्द्धसैनिक बलों के जवानों को भी इस दौरान उत्तरकाशी में प्रशिक्षण दिया जाता है। महिडांडा स्थित काउंटर इंसर्जेंसी जंगल वार फेयर (सीआईजेडब्ल्यू) स्कूल की स्पेशल ट्रेनिंग के दौरान तेखला में भागीरथी नदी में डूबने से एक जवान की मौत हो गयी है।
इस प्रशिक्षण शिविर के दौरान सोमवार 1 अक्टूबर को जवानों को गंगोत्री हाईवे से लगे तेखला में रिवर क्रॉसिंग एवं स्पिलरिंग की ट्रेनिंग दी जा रही थी। इसी दौरान आईटीबीपी तृतीय बटालियन बरेली में एएसआई के पद पर तैनात टॉमिक भौनिया जो उत्तराखंड के पिथौरागढ़ जिले के मुनस्यारी के रहने वाले हैं उनकी नदी में डूबने से मौत हो गई है। तेखला पुल से रैपलिंग कर भागीरथी नदी में उतरने के बाद नदी पार करते समय हुए हादसे में वह बेहोश हुए जवान को तत्काल नदी से निकालकर आईटीबीपी के चिकित्सकों ने मौके पर ही प्राथमिक उपचार करना शुरू कर दिया था।
इलाज चालू रहने के बावजूद भी जवान की स्थिति नाजुक बनी हुई थी और उसके बाद उन्हें जिला अस्तपाल भी ले जाया गया पर वहां भी उनकी स्थिति नाजुक बनी रहा और अंत में जवान को वहां मृत घोषित कर दिया गया| इसके बाद जवान का पोस्टमार्टम करने के बाद शव को आईटीबीपी के अधिकारियों के सुपुर्द कर दिया गया है। उसके बाद जवान के मौत की खबर उसके परिवार को दी गयी जो दिल्ली में ही रहता है खबर सुनने के बाद पूरे घर में मातम पसर गया है, और अब उत्तरकाशी से जवान के शव को पूरे सैनिक सम्मान के साथ जवान के घर भेजा जा रहा है। आपको बता दें कि सीआईजेडब्ल्यू स्कूल में पांच साल पहले भी ट्रेनिंग के दौरान हुए हादसे में मणिपुर पुलिस के दो जवानों की मौत हो गयी थी। मौके पर ट्रेनिंग के सभी सुरक्षा मानकों का पूर्ण रूप से पालन किया गया था। इसके बावजूद हादसे और मौत के कारणों की पड़ताल के लिए कमांडेंट द्वारा इस मामले की कोर्ट ऑफ इंक्वायरी करायी जा रही है।