लॉकडाउन के समय में जब देवप्रयाग की सड़कों में कोई भी वाहन नहीं चल रहे थे तो बीमारों को अस्पताल ले जाने में परेशानी हुई । तब ऐसे में कोरोना महामारी के काल में बीमारों का सारथी बना पहाड़ का गणेश भट्ट, जिन्होंने अपनी गाड़ी को ही एंबुलेंस बनाया।
कोरोनाकाल मे जब पहाड़ में 108 एम्बुलेंस की कमियां दिखी तब देवप्रयाग के समाजसेवी गणेश भट्ट ने बीमारों के लिए अपनी ही गाड़ी को एम्बुलेंस बना डाला। गणेश ने देवप्रयाग से श्रीनगर अस्पताल मरीजों को छोड़ने की फ्री सेवा उपलब्ध कराई। समाजसेवी गणेश भट्ट ने लॉकडाउन के 42 दिनों में 51 मरीजों को अस्पताल पहुंचाया।
इस दौरान उनके सामने बहुत परेशानियां आई, कभी गाड़ी खराब होना कभी पुलिस द्वारा रोका जाना परंतु गणेश भट्ट ने इस परिस्थिति में भी अपनी सेवा जारी रखी। गणेश भट्ट ने कहीं स्वयं के खर्चे पर मरीजों को अस्पताल पहुँचाया तो कहीं राशन खत्म होने पर वहां राशन पहुंचाई । आज भी अनलॉक होने के बावजूद भी गणेश भट्ट को अगर कोई इमरजेंसी फोन आता है, तो वह सेवा के लिए तत्पर है। नमन है ऐसे पहाड़ के सपूत को जिन्होंने इतनी मुश्किलों के बाद भी अपना हौसला बनाए रखा।
Red Fm के आरजे काव्या ने भी इस नौजवान की कहानी को हम सभी के बीच लेकर आए हैं। आरजे काव्या ने रेडियो चैनल रेड एफएम के खास शो ‘एक पहाड़ी ऐसा भी’ के सीजन-3 के लिए समाजसेवी गणेश भट्ट के प्रयासों पर एक शानदार वीडियो तैयार किया है। आइये देखते समाजसेवी गणेश भट्ट की इस वीडियो को।