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चारधाम यात्रा 2020: टूटा चारों धामों में पसरा हुआ सन्नाटा, पहले दिन पहुंचे कुल इतने श्रद्धालु

उत्तराखंड सरकार ने कुछ दिन पहले एक नयी गाइडलाइन जारी की थी जिसके अनुसार बुधवार 1 जुलाई से उत्तराखंडवासियों के लिए चारधाम यात्रा शुरू कर दी गयी थी। श्रद्धालुओं के जयकारों से धामों में पिछले दो महीनों से फैला हुआ सन्नाटा टूट गया है। पहले दिन चारधामों में 140 श्रद्धालुओं ने दर्शन किए हैं। जबकि 422 तीर्थयात्रियों को इस दौरान पास जारी किए गए थे। वहीं, देवस्थानम बोर्ड की ओर से धामों में कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए थर्मल स्कैनिंग, सोशल डिस्टेंसिंग के लिए व्यापक इंतजाम किए गए हैं।  बदरीनाथ धाम में पहले दिन 70 लोगों ने दर्शन किए। इनमें 25 यात्री अन्य जिलों के हैं। केदारनाथ धाम भी पहले दिन 70 यात्री बाबा के दर्शनों को पहुंचे। इनमें 36 यात्री प्रदेश के विभिन्न जिलों के थे।

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जबकि, गंगोत्री व यमुनोत्री धाम में एक भी यात्री दर्शनों को नहीं पहुंचा है। आपको बता दें इन दोनों धाम के तीर्थ पुरोहित भी यात्रा शुरू किए जाने का विरोध कर रहे हैं। इधर अभी केदारनाथ धाम और पैदल मार्ग में व्यवस्थाएं नहीं है। यहां आने वाले यात्री को अपने साथ सभी जरूरी सामान रखने की जरूरत होगी। हालांकि धीरे-धीरे प्रशासन की ओर से व्यवस्थाएं बनाने के प्रयास किए जा रहे हैं। आपदा कंट्रोल रूम से मिली जानकारी के अनुसार बुधवार को राज्य के अनेक जनपदों से 36 यात्री केदारनाथ पहुंचे। जबकि 34 रुद्रप्रयाग जिले के यात्री भी केदारनाथ गए। 30 जून तक रुद्रप्रयाग जिले के 99 यात्री केदारनाथ के दर्शन कर चुके हैं।

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पहले दिन कुल 70 लोगों ने भगवान बदरी विशाल के दर्शन किए। इनमें 45 यात्री चमोली और 25 यात्री ऋषिकेश, देहरादून व अल्मोड़ा समेत अन्य मैदानी जिलों के हैं। सभी यात्रियों को दर्शन करने के लिए प्रार्थना मंडप में एक-एक मिनट का समय दिया गया। दर्शनों के बाद प्रशासन ने सभी यात्रियों को जोशीमठ वापस लौटा दिया। बदरीनाथ धाम में श्रद्धालुओं के प्रसाद चढ़ाने और मंदिर की घंटियां बजाने पर पाबंदी है। उन्हें चंदन का टीका भी नहीं लगाया जा रहा और प्रसाद के नाम पर दूर से ही तुलसी की पत्तियां भेंट की जा रही हैं। उत्तराखंड चारधाम देवस्थानम बोर्ड की वेबसाइट पर पंजीकरण करने वाले श्रद्धालुओं को जिला प्रशासन के माध्यम से ई-पास जारी किए जा रहे हैं। केदारनाथ धाम में महिलाओं ने चौलाई का प्रसाद भी तैयार किया।

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