उत्तराखंड एक बार फिर सड़क हादसे का शिकार हुआ है जहाँ देहरादून जिले के विकासनगर में त्यूनी-चकराता मोटर मार्ग पर यह दर्दनाक हादसा हो गया है। यह हादसा तब हुआ जब एक पिता अपनी बेटी दामाद और चार साल की नातिन को कार से लेकर अपने घर लौट रहा था लेकिन उसे क्या पता था कि वो कभी घर ही नहीं पहुँच पायेगा। सिलवाड़ा गांव के समीप कार गहरी खाई में गिर गयी। हादसा इतना दर्दनाक था कि उसी वक्त पिता ने अपनी जान गंवा दी। इसके बाद बेटी सुजाता (28 वर्ष) को हायर सेंटर रेफर करते हुए ही उसने रास्ते में दम तोड़ दिया।
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सिलावाड़ा के पास एक कार अनियंत्रित होकर 500 मीटर गहरी खाई में जा गिरी। हादसे में कार सवार तहसील कर्मचारी की मौत हो गई। श्यामलाल (50) पुत्र भगतराम निवासी मुंधोल विकासनगर तहसील मुख्यालय में संग्रह सहायक के पद पर कार्यरत थे। सोमवार सुबह वह अपनी बेटी सुजाता देवी (28), दामाद जितेंद्र सेमवाल (32) पुत्र मोहनलाल सेमवाल और चार वर्षीय नातिन प्रियांजलि के साथ कार में सवार होकर त्यूनी से विकासनगर की ओर आ रहे थे। इस दौरान कार अनियंत्रित होकर 500 मीटर गहरी खाई में जा गिरी। श्यामलाल की मौके पर ही मौत हो गई। जबकि, सुजाता, जितेंद्र और प्रियांजलि गंभीर रूप से घायल हो गए। सड़क से गुजर रहे लोगों ने कार को खाई में गिरा देख इसकी जानकारी त्यूनी थाना पुलिस को दी।
कर्मचारी की बेटी सुजाता ने रास्ते में दम तोड़ा। जितेंद्र सेमवाल और बेटी प्रियांजली गंभीर रूप से घायल हो गये। तहसील कर्मी की मौत से परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल है। विधायक मुन्ना सिंह चौहान ने मृतक के तहसील परिसर स्थित घर पहुंच परिजनों को ढांढस बंधाया। कहा कि सरकार की ओर से हरसंभव सहायता पीड़ित परिवार की करेंगे। साथ ही तहसीलकर्मियों ने शोकसभा का आयोजन कर मृतक की आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की।