Home उत्तराखंड उत्तराखण्ड: हॉस्पिटल की शर्मनाक हरकत, कोरोना टेस्ट रिपोर्ट के इंतजार में शव...

उत्तराखण्ड: हॉस्पिटल की शर्मनाक हरकत, कोरोना टेस्ट रिपोर्ट के इंतजार में शव को किसी ने भी नहीं लगाया हाथ

कोरोना से जंग में दून अस्पताल की सेवाओं की जितनी तारीफ की जाए वह कम है। पर शुक्रवार को जो कुछ हुआ, उसने मानवता को शर्मशार कर दिया। यहां मोर्चरी का डीप फ्रीजर खराब होने से मसूरी के बुजुर्ग सैलून संचालक का शव फूलने के साथ ही उसमें बदबू आने लगी। बेटा शव लेने पहुंचा तो किसी ने हाथ तक नहीं लगाया। मजबूर बेटे ने पिता के शव को खुद सील किया। मसूरी पिक्चर पैलेस निवासी 60 वर्षीय मोहम्मद मुस्तकीम की होम क्वारंटाइन में मौत हो गई थी। वह सात मई को छुटमलपुर से मसूरी लौटे थे। 12 मई को मौत के बाद कोरोना जांच को शव दून अस्पताल की मोर्चरी में रखवाया गया था।

यह भी पढ़िये: उत्तराखंड: बस की चपेट में आने से बाइक सवार 17 और 18 साल के दो युवकों की मौत

मौत हार्टअटैक से हुई और गुरुवार को कोरोना रिपोर्ट भी निगेटिव आ गई। बेटा शहनवाज ताऊ के बेटे रिजवान के साथ शुक्रवार सुबह साढे़ सात बजे शव लेने दून अस्पताल पहुंचा। यहां कोई कर्मचारी नहीं मिला। शव लेने के लिए अस्पताल स्टाफ से पूछा तो किसी ने कुछ जवाब नहीं दिया। वह शव देखने मोर्चरी में गए तो वह फूल गया था। बदबू उठ रही थी। शहनवाज ने शव को सील कर देने के लिए स्टाफ और डॉक्टरों से गुहार लगाई। लेकिन कोई मदद नहीं मिली तो भाई रिजवान को मच्छी बाजार भेजकर एक काली पॉलीथिन और दूसरा सामान मंगवाया। फिर बदबू के बीच खुद ही शव को सील किया। फ्रीजर ठीक करने आए मैकेनिकों की मदद से शव एंबुलेस में रखा। फिर पुश्तैनी कब्रिस्तान सहारनपुर के फतेहपुर में सुपुर्द-ए-खाक किया। मसूरी से जब कोरोना संदिग्ध बताकर शव को भेजा गया तो वहां से भी सामान्य पॉलीथिन में सील किया गया। जबकि कोरोना संदिग्ध के शव को विशेष तरह के बैग में सील किया जाता है।

यह भी पढ़िये: उत्तराखंड : 5 साल के मासूम की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत, घटना के बाद पिता घर से फरार


LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here