उत्तराखंड में सात महीने के लॉकडाउन के बाद सोमवार 2 नवम्बर से प्रदेश के स्कूल खुलने जा रहे हैं। प्रथम चरण में माध्यमिक स्कूलों में केवल कक्षा 10 और 12 वीं के छात्रों को ही आने की अनुमति होगी। केवल वे ही छात्र स्कूल आ सकते हैं, जिनके अभिभावक उन्हें मंजूरी देंगे। सर्दियों के समय के अनुसार सुबह 9.15 बजे सभी स्कूल खुल जाएंगे। शिक्षा सचिव आर. मीनाक्षीसुंदरम ने शिक्षा निदेशक और सभी नोडल अफसरों को व्यवस्था पर अतिरिक्त सतर्कता बरतने के निर्देश दिए हैं।
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आपको बता दें कोरेाना संक्रमण की शुरूआत पर 14 मार्च से राज्य के सभी शैक्षिक संस्थानों को पूरी तरह से बंद कर दिया गया था। 231 दिन बंद रहने के बाद 2 नवम्बर से स्कूल खोलने का पहला चरण शुरू होने जा रहा है। प्रदेश सरकार जल्द ही विश्वविद्यालयों और महाविद्यालयों को खोलने की भी तैयारी कर रही है। केंद्र सरकार की ओर से दिशा निर्देश जारी होने के बाद सरकार पहले चरण में प्रयोगात्मक विषयों की पढ़ाई शुरू कराएगी। उच्च शिक्षा मंत्री धनसिंह रावत ने कहा कि प्रदेश में करीब 70 प्रतिशत कॉलेजों में परीक्षाएं करा ली गई हैं। प्रदेश में राजकीय माध्यमिक विद्यालय 2334, राजकीय सहायता प्राप्त विद्यालय 399, अन्य सरकारी स्कूल 84 और प्राइवेट स्कूल 974 हैं।
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स्कूल इन बातों का रखें ध्यान
स्कूल खुलने से पहने अच्छी तरह सेनिटाइजेशन जरूरी। प्रतिदिन प्रत्येक पाली में सेनिटाइजेशन करना होगा।
स्कूल में सेनिटाइजर, हैंडवाश, थर्मल स्कैनर, प्राथमिक उपचार की व्यवस्था होनी चाहिए।
किसी विद्यार्थी या कर्मचारी को खांसी, जुकाम, बुखार के लक्षण हो तो प्राथमिक उपचार देकर वापस भेजना होगा।
विद्यार्थियों को हैंडवाश, हैंड सेनिटाइज करने के बाद ही कक्षा में प्रवेश देना होगा।
अधिक संख्या वाली कक्षाओं की एक साथ छुट्टी नहीं होगी।
विद्यार्थी और कर्मचारी इन बातों का रखें ध्यान
मास्क पहनकर स्कूल आना होगा।
तबीयत खराब होने पर डाक्टर की सलाह लें।
विद्यार्थियों को स्कूल आने के लिए अभिभावकों की सहमति जरूरी।
खाना-पानी एक दूसरे को शेयर न करें।
समय-समय पर हैंडवाश और सेनिटाइजर का प्रयोग करते रहें।