पूरे भारत के अलावा इस वक्त उत्तराखंड में कोरोना वायरस के कारण हालत बेहद चिंताजनक बने हुए हैं। कोरोना को खतरे को देखते हुए पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 22 मार्च को जनता कर्फ्यू का ऐलान किया और फिर इसके बाद पूरे देशभर में 25 मार्च से अगले 21 दिनों के लिए लॉकडाउन कर दिया गया है। केंद्र सरकार ने इस बीच अपनी एक नयी गाइडलाइन बहुत पहले ही जारी कर दी थी कि पूरे देशभर में बीएस-4 मॉडल गाड़ियों की बिक्री 31 मार्च तक ही होगी और इन सभी बीएस-4 गाड़ियों का पंजीकरण भी 31 तक ही किया जाना अनिवार्य होगा।
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लेकिन इस बीच कोरोना वायरस के कारण पूरा भारत लॉकडाउन होने के कारण परिवहन विभाग भी पूरी तरह से बंद है जिसके बाद बीएस-4 वाहन खरीद चुके लोगों के मध्य एक बड़ी परेशानी सामने आ गयी थी कि अब वो अपनी गाढ़ी का पंजीकरण कैसे करैं। परिवहन विभाग ने इसी मामले में अब एक बड़ा निर्णय लिया है जिसके बाद पंजीकरण की अंतिम तिथि फिलहाल 30 अप्रैल तक बढ़ा दी गयी है जिसके बाद से लोगों ने राहत की सांस ली है। उत्तराखंड परिवहन निगम के अफसरों ने भी इस बात से राहत की सांस ली है। क्यूंकि परिवहन निगम ने अशोक लीलैंड और टाटा कंपनी से जो 300 गाड़ियां खरीदी हैं। वह बीएस-4 मॉडल की हैं और उनमें से 150 से अधिक गाड़ियों का अभी तक पंजीकरण नहीं हो पाया था।
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1 अप्रैल से बीएस-6 मॉडल की ही गाड़ियों के पंजीकरण का प्रावधान परिवहन विभाग ने किया था, लेकिन इस बीच कोरोना वायरस का संक्रमण फैल जाने की वजह से बीएस-4 मॉडल के गाड़ियों के पंजीकरण पर रोक लगा दी गई थी। महाप्रबंधक दीपक जैन का कहना है कि वैसे तो 15 अप्रैल तक गाड़ियों का पंजीकरण पूरी तरह ठप है, लेकिन लॉकडाउन खत्म होने के बाद जैसे ही गाड़ियों के पंजीकरण की प्रक्रिया शुरू होती है तो परिवहन निगम की सभी नई बसों का पंजीकरण भी शुरू कर दिया जाएगा।