देवभूमि उत्तराखंड से एक और खुशखबरी सुनने को मिल रही है जहाँ सुदूरवर्ती जिले रुद्रप्रयाग के ह्रदयस्थल कहे जाने वाले अगस्त्यमुनि का एक बेटा भाभा परमाणु अनुसंधान केंद्र में वैज्ञानिक बनने जा रहा है। पार्थ ने यह उपलब्धि हासिल कर जिले के साथ-साथ पूरे उत्तराखंड का भी नाम रोशन किया है। जनप्रतिनिधियों व क्षेत्रीय जनता ने पार्थ की इस उपलब्धि पर उन्हें बधाई दी है।
यहाँ बात हो रही है पार्थ खत्री की जिन्होंने ब्लूमिंग बड्स स्कूल अगस्त्यमुनि से ही प्राथमिक शिक्षा हासिल की है| बचपन से ही पार्थ कुशाग्र बुद्धि के रहे हैं। इसके बाद सैनिक स्कूल घोड़ाखाल से इंटर और एनआईटी उत्तराखंड से मैकेनिकल इंजीनियरिंग के बाद हाल में भी छात्र ने गेट परीक्षा में देश में 268 वी रैंक हासिल की है। सफलता के सोपानो को पार करते हुऐ अब देश की प्रतिष्ठित संस्था ” बार्क ” में उनके चयन से केदारघाटी में खुशियों की लहर छा गयी है।
सामाजिक सरोकारो के लिऐ प्रतिब्ध खत्री परिवार से ताल्लुकात रखने वाले पार्थ के पिता देवेन्द्र खत्री राजकीय इंटर कालेज नारायणकोटी में प्रधानाचार्य पद पर कार्यरत है और माँ नमिता खत्री भी प्राथमिक विद्यालय में अध्यापिका है। पार्थ के चाचा अशोक खत्री केदारघाटी के प्रतिष्ठित राजनेता है और वर्तमान में बदरी-केदार मंदिर समिति के उपाध्यक्ष भी हैं। पार्थ ने अपनी सफलता का श्रेय अपने माता पिता के साथ गुरूजनो को भी दिया है। पार्थ का कहना है कि कठिन परिश्रम और लगन से की गई मेहनत से ही लक्ष्य हासिल किया जा सकता है।