अगर हम भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सबसे बड़े सपने की बात करैं तो वो है भारत को स्वच्छ बनाना और जिसके लिए उनकी सरकार मिशन मोड़ पर काम भी करती रहती है यही परिणाम है कि इसमें अबतक उन्हें काफी सफतला भी मिली है। देवभूमि उत्तराखंड में भी सरकार प्रधानमंत्री के इस सपने को पूरा करने के लिए काफी प्रयास कर रही है पर इन सभी प्रयासों पर धत्ता बता दे है उत्तराखंड का एक गाँव क्यूंकि देश की आजादी के इतने सालों बाद भी और ऊपर से उत्तराखंड राज्य को अस्तित्व में आये हुए 18 सालों के बाद भी यहाँ आजतक पूरे गाँव में एक भी शौचालय का निर्माण नहीं हो पाया है।
यहाँ बात हो रही है उत्तराखंड के टिहरी जिले के अंतर्गत जौनपुर विकासखंड के ग्राम पंचायत बंगार के अनुसूचित जाति बस्ती सौडी का इस पूरे गाँव में लगभग 30 परिवार रहते हैं पर आजतक इस गाँव में एक भी शौचालय नहीं है। गाँव के सारे लोग आजतक खुले में शौच करने को मजबूर हैं, आखिर ऐसा क्यूँ है कि जहाँ पूरे भारत में इतने अधिक शौचालयों का निर्माण हो रहा है वहीँ दूसरी ओर एक पूरा का पूरा गाँव आजतक इस सुविधा से मरहूम है। एक ओर महात्मा गांधी की 150वीं जयंती पर संपूर्ण भारत को स्वच्छता के लिए प्रेरित किया जा रहा है वहीं सौडी अनूसूचित जाति बस्ती के लोग अभी तक स्वच्छता के मायने ही नहीं समझ पाए हैं।
यहाँ के जनप्रतिनिधियों ने भी आजतक इस ओर कोई ध्यान नहीं दिया, जिसके कारण यहाँ के ग्रामीणों में भारी आक्रोश भी है स्थानीय निवासी रामदयाल ने इस पर कहा कि इस बस्ती के लोगों को आज तक किसी भी सरकारी योजना का लाभ नहीं मिल पाया है यहां पर पीने के लिए पानी की कोई पाइप लाइन भी आज तक नहीं पहुँच पायी है। विकास के सारे दावे यहां खोखले साबित हो रहे हैं विधायक निधि या सांसद निधि का एक भी रुपया इस गाँव में आजतक खर्च नहीं हुआ है, जिसके कारण लोगों को तमाम तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।