उत्तराखंड में मानव-वन्यजीव संघर्ष की घटनाओं में इस साल बहुत तेजी देखी जा रही है। आये दिनों अलग-अलग जगहों से इस तरह की घटनायें सामने आ रही हैं जहाँ अब तक कई लोग आदमखोरों का निवाला बन चुके हैं। सबसे ज्यादा घटनायें इस साल पिथौरागढ़ जिले से सामने आयी हैं और अब वहां से एक और नया मामला सामने आ रहा है जहाँ 11 साल की मासूम को आदमखोर तेंदुआ अपना निवाला बना गया। जबकि महज तीन दिन पहले विक्षिप्त युवक को भी अपना तेंदुए ने अपना शिकार बनाया था।
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यह पूरा मामला पिथौरागढ़ जिले के चंडाक के छाना पांडे गाँव से सामने आ रहा है। बृहस्पतिवार देर शाम करिश्मा पुत्री धर्मेंद्र राम घर से तीन सौ मीटर दूर जीआईसी गुरंगचौड़ स्कूल के पास अपनी मां और चाची के साथ घास काटकर लौट रही थी। इस दौरान बालिका मां से थोड़ा आगे निकलकर घास काट रही थी। तभी घात लगाए बैठे तेंदुए ने करिश्मा पर हमला कर दिया। इस पर लड़की की मां और चाची ने हो-हल्ला कर तेंदुए को कुछ समय बाद भगा दिया। ग्रामीण तेंदुए के पीछे भागे तो कुछ दूर जाने पर किशोरी का शव उन्हें मिला। जिसकी सूचना थाना पुलिस और वन विभाग को दी गई।
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सूचना मिलते ही पुलिस और वन कर्मी गांव पहुंचे और मृतका के शव को कब्जे में लिया। मालूम हो कि चार दिन पूर्व नगर के सुकौली में गुलदार ने एक विक्षिप्त को मारा डाला था। मंगलवार की रात्रि को तेंदुआ नगर के रई क्षेत्र में घूमता हुआ सीसीटीवी कैमरे में कैद हुआ। छाना पांडेय गांव में विगत कई दिनों से तेंदुए नजर आ रहा था। बीते चार दिन पूर्व जब गांव के युवा सफाई अभियान चला रहे थे उसी समय गुलदार गांव से भागता नजर आया था। किशोरी को मारने से गांव में दहशत का माहौल बना हुआ है। पुलिस और वन कर्मी गांव पहुंचे चुके हैं। गाँव वालों ने वन विभाग से पिंजरा लगाने और पीड़ित परिवार को उचित मुआवजा देने की मांग की है।