इन दिनों पूरे भारत में बवाल मचा हुआ है और इसका कारण है जम्मू-कश्मीर में 14 फरवरी को हुए आतंकवादी हमले में शहीद हुए 40 भारतीय जवान। एक तरफ जहाँ पूरे भारत के साथ विश्व समुदाय गम के सागर में डूबा हुआ था तो वहीँ दूसरी तरफ देहरादून में रह रहे कुछ कश्मीरी छात्र इस बात पर सोशल मीडिया पर जश्न मना रहे थे। जैसे ही उनकी ये पोस्टें सोशल मीडिया पर वायरल हुई और लोगों तक पहुंची सबका गुस्सा सातवें आसमान पर पहुँच गया था। इसके बाद आम जनता ने जहाँ भी ये कश्मीरी छात्र पढ़ रहे थे उन कॉलेजों में जाकर जमकर हंगामा किया।
इसके अलावा जम्मू-कश्मीर में सेना पर पत्थरबाजी में शामिल रहा कश्मीरी मूल का छात्र दो महीने से देहरादून से संदिग्ध हालात में गायब है। सुरक्षा एजेंसियां उसकी तलाश में काफी समय से जुटी हुई हैं इस बीच इस आरोपित ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर सेना के विरुद्ध कुछ दिन पहले अभद्र टिप्पणी कर दी थी। दून में पढ़ रहे कश्मीरी छात्र कैशर राशिद की अभद्र टिप्पणी के बाद उसे भी सुरक्षा एजेंसियों ने यहां रह रहे कश्मीरी छात्रों को राडार पर ले लिया है। कैशर को गिरफ्तार करने के बाद सुरक्षा एजेंसियों ने जब उसके बारे में जानकारी जुटाना शुरू किया तो चौंकाने वाली बात पता चली। वह यह कि दिलावर लोन मूलरूप से सोपोर बारामूला, जम्मू-कश्मीर का रहने वाला है।
प्रेमनगर के कॉलेज से छानबीन में पता चला कि दिलावर दिसंबर के पहले हफ्ते से ही गायब है। वह क्लास में भी नहीं आ रहा है। आनन-फानन में सुरक्षा एजेंसियों ने जम्मू-कश्मीर पुलिस और सेना से संपर्क साधा। तब पता चला कि दिलावर पर बारामूला में सेना पर पत्थरबाजी करने का मुकदमा दर्ज है। सुरक्षा एजेंसियां अब दिलावर की तलाश में जुट गई हैं। एसएसपी निवेदिता कुकरेती ने बताया कि मामला संज्ञान में है और पता चला है कि दिलावर इस समय सोपोर में है।