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उत्तराखंड: देहरादून में ICU-वेंटीलेटर फुल, मुसीबत में गंभीर मरीज, श्मशान में भी वेटिंग

उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में इस वक्त कोरोना संक्रमण की क्या स्थिति है, आप इस बात से भलीभांति परिचित होंगे। यहां कोरोना के हर रोज 1000 से ज्यादा मामले सामने आ रहे हैं। देहरादून और ऋषिकेश के प्रमुख अस्पतालों के कोविड बेड कोरोना मरीजों से भर गए हैं। बेड खाली नहीं होने से गंभीर कोरोना मरीजों के सामने इलाज का संकट पैदा हो गया। उन्हें एंबुलेंस में आक्सीजन सपोर्ट पर लिटाकर दिनभर अस्पतालों के चक्कर काटने पड़े हैं। इस तरह के नाजुक हालात से देहरादून को पहली बार दो चार होना पड़ा है।

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कोरोना मरीज बढ़ने से देहरादून में इलाज के इंतजाम कम पड़ने लगे। दून अस्पताल में बुधवार सुबह सात बजे ही आईसीयू, वेंटिलेटर और ऑक्सीजन बेड फुल हो गए। सुबह के वक्त एक घंटे के भीतर वहां से करीब 20 मरीजों को वापस लौटना पड़ा था। इन सभी मरीजों को शहर के निजी अस्पतालों में ले जाया गया। प्राइवेट अस्पताल कैलाश, मैक्स, इंद्रेश और सीएमआई में आईसीयू, वेंटिलेटर और ऑक्सीजन बेड खाली नहीं होने पर फिर से गंभीर मरीजों को कुछ घंटे बाद दून मेडिकल कॉलेज अस्पताल वापस लौटने को मजबूर होना पड़ा।

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हालात बिगड़ते देख दून अस्पताल की गैलरी में ऑक्सीजन बेड लगाए गए। वहां भर्ती होने के लिए मरीजों को डेढ़ से दो घंटे तक इंतजार करना पड़ा। दून अस्पताल में मच्र्यूरी के बाहर सुबह से लोगों की भीड़ लगी है। उनको यहां पहले एंबुलेंस का इंतजार करना पड़ रहा है। एंबुलेंस खाली नहीं मिलने की वजह से उन्हें बाहर से मनमानी कीमत चुकाकर शव ले जाने के लिए इंतजाम करना पड़ रहा है। अस्पताल से बुधवार दोपहर 12 बजे से डेढ़ बजे तक आठ शवों को ले जाया जा चुका था। कोविड श्मशान घाट पर भी लोगों को अंतिम संस्कार के लिए इंतजार करना पड़ा। वहां राजधानी दून के साथ ही जौलीग्रांट तक से शव अंतिम संस्कार के लिए आ रहे हैं। यहां मुख्य सड़क पर वाहनों की लंबी लाइन लगी है। श्मशान घाट पर भी लोगों से अंतिम संस्कार के लिए मनमाने तरीके से रुपये लिए जाने की शिकायत लोग कर रहे हैं।

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मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने निजी अस्पतालों से 70 प्रतिशत बेड कोरोना संक्रमितों के लिए आरक्षित करने का आग्रह किया है। गुरुवार को मुख्यमंत्री ने निजी अस्पतालों के प्रतिनिधियों के साथ की समीक्षा बैठक की। बैठक में बताया गया कि स्पोर्ट्स स्टेडियम रायपुर में 1000 बेड का ऑक्सीजन सपोर्ट वाला कोविड केयर सेंटर बनाया जा रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना के खिलाफ लड़ाई जीतने के लिए सभी के संयुक्त प्रयास की जरूरत है। सरकारी और निजी सभी के उपलब्ध संसाधनों का अनुकूलतम उपयोग जरूरी है। मानव संसाधन पर विशेष ध्यान दिया जाए।


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