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हरिद्वार: ज्वैलर्स शोरूम से दो करोड़ की डकैती का खुलासा, एक बदमाश को मरीज बनाया बाकी बने तीमारदार

उत्तराखंड के हरिद्वार के मोरातारा ज्वैलर्स शोरूम में हुई दो करोड़ की डकैती का खुलासा हो गया है। दिनदहाड़े हुई दो करोड़ की डकैती के मास्टरमाइंड सतीश चौधरी को पुलिस ने बुलंदशहर से गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने मामले में अब तक पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया है। बाकी फरार दो आरोपियों की तलाश की जा रही है। आरोपियों के पास से लूट का माल भी बरामद कर लिया गया है। घटना को अंजाम देने के बाद बदमाशों ने घटनास्थल तक आने और जाने के लिए अलग-अलग रास्तों का सहारा लिया।

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डकैती की घटना के बाद जब पुलिस सतर्क हुई तो आरोपियों ने प्रदेश की सीमा पार करने के लिए एंबुलेंस का सहारा लिया। बताया जा रहा है कि गैंग के सभी सदस्य अलग-अलग होने की तैयारी कर रहे थे। यदि सूचना के बाद पुलिस को पहुंचने में थोड़ी भी देर हो गई होती को वे पुलिस पकड़ से बहुत दूर जा चुके होते। बुलंदशहर के इंद्रपाल उर्फ ताऊ गैंग के सदस्यों ने रुड़की से हरिद्वार आने के लिए अलग-अलग रास्तों का इस्तेमाल किया। वहीं डकैती डालने के बाद भी बदमाश अलग-अलग रास्तों से वापस रुड़की पहुंचे और यहां पर जिला पंचायत के गेस्ट हाउस में रुके। वहीं, उन्होंने पूरी रात बिताई और अगले दिन एंबुलेंस का सहारा लेकर पुलिस की नाकेबंदी को चकमा देते हुए वह फरार हो गए।

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वहीं डकैती की घटना के बाद पुलिस चौकन्नी हुई और दूसरे प्रदेशों की पुलिस को भी डकैती के बारे में जानकारी दी गई। इसके चलते एक एंबुलेंस को मेरठ तक के लिए बुलाया गया। इसके बाद एक बदमाश को मरीज बनाकर लेटाया गया। वहीं बाकी बदमाश तीमारदार बनकर उसके साथ प्रदेश की सीमा से बाहर निकालकर यूपी में घुस गए। घटना से पहले बदमाश अपने फोन बंद कर देते थे ताकि पुलिस उनके मोबाइल के जरिए उन तक न पहुंच जाए। इसके साथ ही सभी घटना के वक्त खतरनाक हथियारों से लैस होते थे। पुलिस पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि वे घटनास्थल पर आने व जाने के लिए बस, बाइक और ऑॅटो का इस्तेमाल करते थे ताकि पुलिस की पकड़ में न आ सकें। उन्होंने बताया कि घटना के बाद पुलिस कारों की तलाशी ज्यादा लेती है, इसलिए वे सार्वजनिक और आपाताकालीन परिवहन वाहनों का इस्तेमाल करते थे।

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