११ अप्रैल को देश मे आगामी लोकसभा चुनाव के लिए मतदान होना है जिसके लिए सभी राजनीतिक दल अपनी पार्टियों द्वारा किये गए विकास कार्यों को जनता को बता रही है तो कोई विपक्ष की खामियों को जनता के सामने रखकर अपनी पार्टी के लिए वोट मांग रही है।
जहाँ एक तरफ बीजेपी और कांग्रेस एक दूसरे के ऊपर आरोप-प्रत्यारोप कर मतदाताओं को अपने पक्ष मे वोट के लिए मना रही है, तो वहीं दूसरी तरफ कांग्रेस के अंदर अंतरकलह भी बना हुआ है। कांग्रेसी नेता चौधरी यशवीर सिंह ने कांग्रेस को अलविदा कह दिया है। वह कांग्रेस से दो बार विधायक रह चुके है। उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस पार्टी में संगठन नाम की कोई चीज नहीं है। कांग्रेस पार्टी विपक्ष की भूमिका निभाने में पूरी तरह से नाकाम रही है। इसलिए उन्होंने अपने बेटे और समर्थकों के साथ कांग्रेस को पार्टी को अलविदा कह दिया है।
कांग्रेसी नेता चौधरी यशवीर सिंह ने कहा की वह होली के बाद अपने समर्थको के साथ एक बैठक करके निर्णय लेंगे की वह भविष्य मे किस संगठन के साथ जुड़ेंगे। चौधरी यशवीर सिंह ने प्रेस कांफ्रेंस मैं कहा कि उन्होंने लंबे समय से कांग्रेस मैं एक सच्चे सिपाही की तरह काम किया, लेकिन पार्टी में अब अंतरकलह और गुटबाजी बेहद हावी हो चुकी है जिस कारण वह पार्टी छोड़ रहे हैं।
उन्होंने पूर्व सीएम हरीश रावत पर आरोप लगाया की, पूर्व सीएम हरीश रावत ने गंगा गन्ना यात्रा निकालकर सिर्फ नौटंकी की है। क्षेत्र का गन्ना किसान अभी भी परेशान है, लेकिन कांग्रेस ने एक भी आंदोलन नहीं किया। कांग्रेस पार्टी क्षेत्र की समस्या के किसी भी मुद्दे पर लोगों के बीच में नहीं आई। चौधरी यशवीर सिंह ने यह भी बताया की झबरेड़ा नगर पंचायत के चुनाव में जिन लोगों ने भीतरघात कर के कांग्रेस प्रत्याशी को हराया, पार्टी ने उनको दोबारा से संगठन में शामिल किया। इसलिए वह अपने समर्थकों के साथ कांग्रेस को छोड़ रहे हैं।