बात है देहरादून के रायपुर के वाणी विहार की जहाँ की रहने वाली सोनिया जिसे जावेद नाम के एक व्यक्ति ने अपने प्रेमजाल में फंसाया और फिर उसे 26 मई अपने साथ भगाकर ले गया। इस घटना के बाद सोनिया के परिजनों ने रायपुर थाने में जाकर रिपोर्ट दर्ज कराई फिर पुलिस इस पूरे मामले की जांच पड़ताल में जुट गयी थी। रायपुर पुलिस के माध्यम से पता चला कि इस प्रेमी जोड़े की लोकेशन नजीबाबाद में रेलवे स्टेशन के आसपास पायी गयी इसके बाद रायपुर पुलिस ने नजीबाबाद रेलवे स्टेशन चोकी प्रभारी की मदद से दोनों लोगों को गिरफ्तार कर लिया। और फिर जहाँ एक ओर जावेद को पुलिस लॉकअप में बंद कर दिया वहीँ सोनिया को लेडीज रूम में रखा गया था और उसपर बाहर से ताला लगा दिया गया, और जब अगले दिन सुबह युवती के परिजन वहां पहुंचे और उनकी मोजुदगी में कमरे का दरवाजा खोला गया तो युवती ने दुपट्टे की सहायता से फांसी लगा कर आत्महत्या ली थी।
युवती की मौत के बाद उसका शव देहरादून लाया गया, एक ओर जहाँ मृतक सोनिया के माँ-बाप बेटी की मौत के बाद बिलख रहे हैं वहीँ राजनीतिक रूपी गिद्ध अपनी राजनीति चमकाने के लिए रायपुर थाने के पास इकट्ठे हो गये हैं और फिर उन्होंने आम जनता को परेशान करने के लिए रायपुर रोड़ भी पूरी तरीके से जाम कर दी थी, क्या कोई उन्होंने समझायेगा की भारतीय लोकतंत्र और खासकर देवों की भूमि उत्तराखंड में इस तरह की राजनीति करने की कोई जरुरत नहीं है अगर कुछ करना ही चाहते हो तो अपने समाज को जागृत करो अपनी बहू-बेटियों को जागृत करो ताकि आने वाले कल में ऐसी घटनायें ना हों।
इस पूरी घटना के कारण रायपुर थाने के आसपास बहुत तनावपूर्ण हालात बने हुए हैं, और इसका सबसे बड़ा कारण ये है कि जहाँ युवती हिन्दू धर्म से थी तो वहीँ जावेद मुस्लिम समुदाय का था और अब प्रदर्शनकारी मांग कर रहे हैं कि युवती सोनिया को अपने प्रेम जाल में फंसाने वाले जावेद को मौत की सजा दी जाए लेकिन इसमें देहरादून पुलिस क्या कर सकती है जब ये सारी घटना नजीबाबाद में हुई है।