उत्तराखंड में पिछले कुछ दिन से मानसून के धीमी चाल बनी हुई थी लेकिन अब एक बार फिर खत्म होते मानसून सीजन में उत्तराखंड के पांच जिलों को अलर्ट किया गया है। क्यूंकि अनुमान लगाया जा रहा है कि अगले चौबीस घंटे इन जिलों में भारी से बहुत भारी बारिश हो सकती है। राज्य मौसम केंद्र ने देहरादून, नैनीताल, उत्तरकाशी, पिथौरागढ़, चमोली और रुद्रप्रयाग जिलों में अगले चौबीस घंटों के अंतराल में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। बीते रविवार का भी यही हाल रहा जहाँ कुछ जिलों में तेज बारिश देखने को मिली वहीँ कुछ जिलों में मौसम पूरी तरह से साफ़ रहा।
इस बारिश का सबसे ज्यादा असर पहाड़ी मार्गों की सड़कों पर पड़ रहा है क्यूंकि इस बारिश से तमाम जगहों की सड़कों का बंद होना और खुलने का दौर अब भी जारी है। लामबगड़ भूस्खलन जोन पिछले दो दशक से बदरीनाथ धाम की सुचारु तीर्थयात्रा में रोड़ा बनता रहा है। यहां थोड़ी सी बारिश होने पर भी चट्टान से भूस्खलन सक्रिय हो जाता है और तीन दिन बंद रहने के बाद कल देर शाम ये रास्ता खुल पाया है। रात करीब आठ बजे हाईवे आवाजाही के लिए खोला गया। रुद्रप्रयाग-गौरीकुंड हाईवे भी डोलिया मंदिर और जामू नर्सरी के समीप भूस्खलन के कारण बंद हो गया था। जहाँ यात्रियों को भारी परेशानी उठानी पड़ रही है। देर रात को केदारनाथ हाईवे भी खोल दिया गया।
यमुनोत्री क्षेत्र सहित यमुना घाटी में भी शनिवार देर रात से बारिश होती रही। इसके चलते यमुनोत्री हाईवे डबरकोट और खरादी के पास रात से ही अवरुद्व था। लेकिन कल दिन से ये रास्ता खोल दिया गया था। उत्तरकाशी जिले में गंगोत्री हाईवे रातभर से हो रही बारिश के कारण चुंगी बडेथी, नेताला, थिरांग, हेल्गू गाड़ में छह घंटे अवरुद्ध रहा। इसको देखते हुए वाहनों की आवाजाही मनेरा बाईपास मार्ग से कराई जा रही है। हालांकि, सुबह करीब तीन घंटे बाईपास मार्ग भी भूस्खलन की वजह से बंद रहा।