21 मई को सरकार के द्वारा लिए गए एक बड़े फैंसले से हलचल मची हुई है जिसके तहत काफी सारे अधिकारियों के तबादले एक जगह से दूसरी जगह कर दिए गए हैं। सरकार के इस फैंसले से सबसे ज्यादा नाखुश रुद्रप्रयाग जिले की जनता कर रही है क्यूंकि नए आदेश के बाद रुद्रप्रयाग जिलाधिकारी मंगेश घिल्डियाल को अब टिहरी जिले का नया जिलाधिकारी बना दिया गया है और इसके साथ ही उन्हें पुनर्वास टिहरी बांध परियोजना अधिकारी बना दिया गया है। अब रुद्रप्रयाग के जिलाधिकारी की जिम्मेदारी IAS वंदना को दी गई है जो वर्तमान में सीडीओ पिथौरागढ़ में तैनात हैं।
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इन सबके बीच एक बड़ी खबर जो निकलकर सामने आ रही है वह ये कि रुद्रप्रयाग जिले के सभी लोग डीएम मंगेश घिल्डियाल के ट्रांसफर से आहत हैं और सभी चाहते हैं कि वो यहीं के ही जिलाधिकारी बनकर रहें। खासकर एक बड़ी मांग यह भी उठ रही है कि कोरोना संक्रमण जहाँ अधिकाँश जिलों को अपनी जद में ले चुका है वहीं डीएम मंगेश के शानदार काम की वजह से अबतक एक भी मामला जिले में सामने नहीं आया है तो इस कोरोना संक्रमण के समय तबादले का आदेश आखिर कितना व्यवहारिक है? क्यूंकि इस समय जिले में कोई भी नया अधिकारी आएगा तो उसे कुछ समय तो जिले की परिस्थतियों को समझने में लग जाएगा और वह भी तब जब बड़ी संख्या में प्रवासी लोग जनपद में आ रहे हैं।
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इसी को ध्यान में रखते हुए एक बड़ी मांग जो उठ रही है वह ये कि कम से कम कोरोना संक्रमण के काल को देखते हुए अगले 6 महीने तक मंगेश घिल्डियाल को ही जिलाधिकारी रखा जाए। कोरोना संक्रमण में जब बाहर निकलने पर पाबंदी है तो उस समय अधिकाँश लोग सोशल मीडिया के द्वारा अपनी नाखुशी जाहिर कर रहे हैं और उत्तराखंड सरकार से मांग कर रहे हैं कि फिलहाल IAS मंगेश को ही जिलाधिकारी बनाया रखा जाए। आपको बता दें डीएम घिल्डियाल को रुद्रप्रयाग जिले में तीन साल हो गए हैं और इन तीन सालों में जिले ने विकास की नयी ऊँचाइयों को छुआ है।
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