उत्तराखंड में ऊधमसिंह नगर जिले के रुद्रपुर में एक ही परिवार के चार लोगों की हत्या की वारदात सामने आयी है जिसके बाद पूरे शहर के लोगों में दहशत का माहौल है। दरसल पूरा मामला ये है कि बरेली के मीरगंज निवासी हीरालाल अपनी पत्नी हेमवती और तीन पुत्रियों लीलावती (35), पार्वती (24) और दुर्गा (20) के साथ रुद्रपुर के ट्रांजिट कैंप में मकान बनवाकर रहते थे। सात साल पहले मीरगंज के ही नरेंद्र गंगवार ने उनकी बड़ी बेटी लीलावती से प्रेम विवाह कर लिया और हीरालाल के ट्रांजिट कैंप स्थित आवास पर ही रहने लगा। 2015 में कुछ अनबन होने के बाद हीरालाल ने नरेंद्र और लीलावती को घर से निकाल दिया।
इसके बाद नरेंद्र ट्रांजिट कैंप में ही किराए के मकान में रहने लगा। अब तो जो बात सामने निकलकर आ रही है उसके अनुसार नरेंद्र और उसकी पत्नी ने योजना बनाई कि हीरालाल को परिवार समेत खत्म कर दिया जाए और बरेली के मीरगंज समेत ट्रांजिट कैंप की संपत्ति पर कब्जा कर लिया जाए। दामाद ने किराएदार साथी की मदद से सास-ससुर और दोनों बेटियों की निर्मम हत्या कर दी। 21 अप्रैल 2019 की सुबह पड़ोसियों को ससुरालियों की ओर से मकान बेचे जाने और मरम्मत करने की बात कहकर आंगन में खुदाई की थी। इसके बाद शवों को खोदे गए गड्ढे में डालकर ऊपर से सीमेंटेड फर्श डलवा दिया था।
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कुछ महीने बाद नरेंद्र ने मकान में दो हजार रुपये महीने पर एक किराएदार रखा। कुछ समय पूर्व ही किराएदार ने कमरा खाली किया। अब कुछ दिन पहले नरेंद्र अपनी पत्नी के साथ बरेली के मीरगंज स्थित जमीन और मकान को अपने नाम कराने का प्रयास शुरू कर दिया। इस की सूचना मिलने पर रिश्तेदारों को शक हुआ और उन्होंने इसकी सूचना पुलिस को दी। पुलिस ने जब नरेंद्र को पकड़कर पूछताछ की तो उसने पूरा घटनाक्रम उगल दिया। करीब 16 महीने बाद पुलिस ने घर के भीतर फर्श की खुदाई कर आरोपी दामाद नरेंद्र गंगवार के ससुर हीरालाल, सास हेमवती, उनकी बेटी दुर्गा और पार्वती के शव बरामद कर लिए हैं।