कोरोना महामारी की वजह से हाईकोर्ट द्वारा चारधाम यात्रा पर लगाई गई रोक को 16 सितंबर को हटा दी गई, जिसके बाद उत्तराखंड सरकार ने एसओपी जारी करते हुए 18 सितंबर से यात्रा शुरू करने का फैसला लिया। इसी क्रम में उत्तरकाशी जनपद में यमुनोत्री धाम में श्रदालुओं के जाने का समय निर्धारित किया गया है। जिसके अनुसार शाम 4:00 बजे से सुबह 6:00 बजे तक जानकीचट्टी से यमुनोत्री धाम के लिए जाना प्रतिबंधित रहेगा। इस दौरान किसी भी श्रद्धालुओं को यमुनोत्री धाम में जाने की अनुमति नहीं होगी।
चार धाम यात्रा शुरू होने के निर्देश के बाद जिलाधिकारी मयूर दीक्षित और एसपी मणिकांत मिश्रा ने यमुनोत्री धाम में यात्रा व्यवस्थाओं का जायजा लिया। इस दौरान जानकीचट्टी से यमुनोत्री धाम के 5 किलोमीटर पैदल मार्ग पर कुछ स्थान क्षतिग्रस्त हैं। जिसकी वजह से श्रद्धालुओं की सुरक्षा को देखते हुए यमुनोत्री धाम में सांय 4:00 बजे से सुबह 6:00 बजे तक श्रद्धालुओं की आवाजाही पर रोक लगा दी तथा छतिग्रस्त पैदल मार्गो को दुरुस्त करने के लिए संबंधित विभाग को निर्देश दिए गए।
एसडीएम शालिनी नेगी ने कहा कि चारधाम यात्रा के दौरान अलग-अलग प्रदेशों से श्रद्धालु आते हैं, जिन्हें पहाड़ में चलने का अधिक अनुभव नहीं होता है। श्रद्धालुओं की सुरक्षा को मद्देनजर रखते हुए यह निर्णय लिया गया है। धाम में सुबह 6 बजे से शाम 4 बजे तक श्रद्धालु दर्शन पूजन कर सकेंग। हालांकि प्रतिबंधित समय में किसी को यमुनोत्री धाम जाना होगा तो विशेष कार्य या आपातकालीन स्थिति में ही अनुमति दी जा सकती है।