राज्य में बर्ड फ्लू ने तेजी से पैर पसारने शुरू कर दिये हैं। प्रदेश भर में 151 पक्षी मरे मिले। जिनमें सबसे ज्यादा संख्या देहरादून वन प्रभाग में रही। यहां 115 कौवों सहित 122 पक्षी विभिन्न जगहों पर मृत पाए गए। कइयों के सैंपल जांच के लिए सुरक्षित रख लिए गए हैं।
पीसीसीएफ राजीव भर्तरी ने बताया कि मंगलवार के मुकाबले बुधवार को प्रदेश भर में मरने वाले पक्षियों की संख्या ज्यादा रही। बताया कि 151 पक्षी विभिन्न वन प्रभागों में बरामद किए गए। जिनको पूरी सावधानी और सरकार की गाइडलाइन के अनुरूप उनके सैंपल लिए जा रहे हैं। जबकि मृत पक्षियों को जलाकर या जमीन में गाड़कर नष्ट किया जा रहा है। दून के भंडारीबाग में बुधवार को भी बड़ी संख्या में कौवे मिले हैं। कौवों के अलावा बत्तख,कबूतर,स्पाटेड डोव और अन्य तरह के पक्षी भी मृत पाए गए। डीएफओ राजीव धीमाने ने बताया कि धीरे धीरे स्थिति सामान्य हो रही है। एक दो इलाकों में ही ज्यादा संख्या में पक्षी मर रहे हैं।
बता दें कि उत्तराखंड में बर्ड फ्लू की पुष्टि होने के बाद सरकार ने हिमाचल और हरियाणा से मुर्गे और अंडों के आयात पर पूर्ण रोक लगा दी। संक्रमण की रोकथाम और निगरानी के लिए राज्य स्तरीय और जिला स्तरीय समितियां बना दीं गई हैं।
वहीं देहरादून जू में बाहरी पक्षियों से अंदर के पक्षियों को बचाने के लिए काफी अहतियात बरते जा रहे हैं। पक्षियों के बाड़ों को ऊपर से तिरपालों से ढक दिया गया है। ताकि बाड़े के ऊपर से उड़ने वाले पक्षी या बाड़े के ऊपर बैठने वाले पक्षी बीट करें तो वह बाड़े में ना गिरे। जिससे बाहर से किसी भी तरह का संक्रमण अंदर आने का खतरा हो। जू निदेशक पीके पात्रो ने बताया कि अभी जू बंद नहीं किया जा रहा है, क्योंकि सभी पक्षी बाड़ों में बंद हैं और आने वाले पर्यटकों या अन्य पक्षियों से उनका सीधा संपर्क नहीं होता। सभी एहतियात बरते जा रहे हैं। एक दो दिन में अगल मामले और बढ़ते हैं तो जू बंद करने पर फैसला लिया जाएगा।