उत्तराखंड में बर्ड फ्लू तेजी से फैल रहा है और बर्ड फ्लू की दहशत के बीच में प्रदेश में पक्षियों के मृत मिलने का सिलसिला लगातार जारी है। पहाड़ से लेकर मैदान तक पक्षी दम तोड़ रहे हैं जो कि बेहद चिंताजनक है। पशुपालन विभाग भी बेहद चिंता में आ रखा है। उत्तराखंड समेत देश के कई राज्य में फैली हुई बर्ड फ्लू की बीमारी को रोकने के अथक प्रयास प्रशासन द्वारा किए जा रहे हैं मगर पक्षियों के मरने का सिलसिला थमता दिखाई नहीं दे रहा है।
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अब उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग जिले में दो कबूतर मृत मिले। वहीं अगस्त्यमुनि में भी एक कबूतर और एक कौवा मृत मिला है जिसके बाद पशुपालन विभाग सक्रिय हो गया है। विभाग के अधिकारियों ने मृत पक्षियों के सैंपल जांच के लिए भेज दिए हैं और आसपास के इलाके को सैनिटाइज भी करवा दिया है। पक्षियों के मृत मिलने का सिलसिला उत्तराखंड में लगातार जारी है जो कि प्रशासन की मुश्किलें बढ़ा रहा है।
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कोटद्वार और देहरादून क्षेत्र में मृत कौवों के सैंपलों में बर्ड फ्लू मिलने के बाद पशुपालन विभाग ने एहतियाती तौर पर सभी जिलों में पोल्ट्री फार्म से सैंपलिंग की थी। प्रदेश भर से एक हजार से अधिक सैंपल जांच के लिए आईवीआरआई बरेली भेजे गए थे। इनमें से 11 जिलों से भेजे गए सैंपलों की रिपोर्ट निगेटिव आई है। जबकि चंपावत व बागेश्वर जिलों से भेजे गए सैंपलों की रिपोर्ट आनी बाकी है। पशुपालन निदेशक डॉ.केके जोशी ने बताया कि प्रदेश में अभी तक पोल्ट्री सेक्टर बर्ड फ्लू से सुरक्षित है। उन्होंने बताया कि विभाग की ओर से जिला स्तर पर गठित रेपिड रिस्पांस टीम के माध्यम से पोल्ट्री फार्म की नियमित रूप से निगरानी की जा रही है।