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विशेष: बाबा नीम करोली जिनकी वजह से एप्पल और फेसबुक के मालिक की किस्मत चमकी

उत्तराखंड में नैनीताल जिले में कैंचीधाम वाले संत महात्मा बाबा नीम करोली महाराज की आज पुण्यतिथि है। जैसे की आप जानते ही है की भारत देश, प्राचीनकाल से ही साधु संतों की भूमि रही है। साधुओं ने हमारे जीवन को प्रकाशवान करने के साथ साथ आध्यात्मिकता को भी देश विदेश तक पहुंचाया है। इन्ही साधु संतों में एक नाम हनुमान जी का अवतार कहे जाने वाले बाबा नीम करौली महाराज जी है, जिनकी आध्यात्मिक शक्ति से पूरा विश्व जगमगा रहा है। बाबा के भक्तों में जहाँ देश-विदेश की बड़ी-बड़ी हस्तियों में टाटा, बिड़ला, देश के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू, फेसबुक के संस्थापक मार्क जुकरबर्ग, ऐप्पल के संस्थापक स्टीव जॉब्स, हॉलीवुड एक्ट्रेस जूलिया राबर्ट्स शामिल है, वही एक नाम हॉर्वर्ड के प्रोफेसर रिचर्ड भी है।

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कहते हैं कि यहां पहुंचकर सच्चे मन से माथा टेकने वालों की बिगड़ी बन जाया करती है। 15 जून को बाबा की जयंती पर आयोजित होने वाले महोत्सव का विशेष प्रसाद ग्रहण करने के लिए देश-दुनिया भर से हजारों-लाखों भक्त पहुंचते हैं। बाबा नीम करौली महाराज के देश-दुनिया में लगभग 108 आश्रम हैं। इन आश्रमों में सबसे बड़ा कैंची धाम तथा अमेरिका के न्यू मैक्सिको सिटी स्थित टाउस आश्रम है। कोरोना संक्रमण के कारण जयंती पर न आयोजन हुए न ही श्रद्धालुओं को मंदिर में प्रवेश दिया गया। हालांकि अब श्रद्धालुओं के लिए मंदिर खुल चुका है, गाइडलाइन का पालन करते हुए श्रद्धालुओं को प्रवेश भी दिया जा रहा है।

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नीम करोली बाबा का वास्तविक नाम लक्ष्मीनारायण शर्मा था। उत्तरप्रदेश के अकबरपुर गांव में उनका जन्म 1900 के आसपास हुआ था। उन्होंने अपने शरीर का त्याग 11 सितंबर 1973 को वृंदावन में किया था। बताया जाता है कि बाबा के आश्रम में सबसे ज्यादा अमेरिकी ही आते हैं। आश्रम पहाड़ी इलाके में देवदार के पेड़ों के बीच स्थित है,  यहां 5 देवी-देवताओं के मंदिर हैं। इनमें हनुमानजी का भी एक मंदिर है। बाबा नीम करोली हनुमानजी के परम भक्त थे और उन्होंने देशभर में हनुमानजी के कई मंदिर बनवाए थे।

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