पहाड़ के लिए एक दुखभरी खबर यहाँ सुनने को मिल रही है। बात है जून के पहले सप्ताह की जब रुद्रप्रयाग जिले के भीरी के नजदीक सुरसाल गाँव के जवान आशीष बिष्ट घर आये हुए थे। घर आने का मकसद था छोटी बहन की शादी। घर में सभी तैयारियां जोरों से चल रही थी इस बीच जवान आशीष अपनी बुआ को लेने के लिए अपनी गाड़ी से दूसरे गाँव परकंडी पहुंचे जहाँ उनकी बुआ भी देहरादून से शादी समारोह में शिरकत करने के लिए आयी हुई थी। इस दौरान उनके साथ उनकी दो पोतियाँ भी शामिल थी।
जवान आशीष अपने गाँव से बुआ और उनकी दो पोतियों को लेने चले गए थे, उन्हें गाड़ी में बिठाने के बाद वो वापस अपने गाँव की और लौट रहे थे। इस दौरान एक भयानक रोड हादसा हो गया और गाड़ी पलटते हुए 400 मीटर गहरी खाई में जा समाई। ये हादसा इतना भयावह था कि मौके पर ही बुआ और एक पोती की मौत हो गयी थी। शादी जैसे खुशी के माहौल में देखते ही देखते कोहराम मच गया। गाँव और आसपास के लोग तुरंत घटनास्थल पर पहुंचे। गाड़ी में शेष बचे आशीष और दूसरी छोटी बच्ची की हालत इतनी गंभीर थी कि उन्हें तुरंत ऋषिकेश स्थित एम्स होस्पिटल में भर्ती किया गया।
पिछले 15 दिनों से आशीष ऋषिकेश स्थित एम्स के आईसीयू में ही जिन्दगी और मौत की जंग लड़ रहे थे लेकिन अंत में विजय मौत की हुई और देवभूमि का ये जवान सबको अकेला छोड़ इस दुनियां को अलविदा कह गया। अभी तीन साल पहले ही आशीष की शादी हुई थी और उनका 2 साल का एक बच्चा भी है। आशीष की मौत की खबर सुनकर हर कोई स्तब्ध है। घर वालों का रो-रोकर बुरा हाल है। आसपास के पूरे इलाके में भी सन्नाटा पसरा हुआ है। आशीष बचपन से ही हंसमुख स्वभाव के थे और जो भी व्यक्ति उनसे मिलता था वो उनकी तारीफ किये बिना नहीं रह सकता था।