समूचा उत्तराखंड भी इस बात पर गर्व करता है कि केंद्र सरकार में और देश के बड़े पदों पर उत्तराखंड की दमदार पकड़ है। धीरे-धीरे से ही लेकिन अब पहाड़ को जनप्रतिनिधियों और अफसरों के रूप में ऐसे लाल मिले हैं, जो कि पहाड़ से पलायन को खत्म करने के लिए साथ खड़े हैं। राज्यसभा सांसद अनिल बलूनी ने पहाड़ से पलायन खत्म करने के लिए एक अभियान शुरू किया है, जिससे एनएसए अजीत डोभाल, बिपिन रावत और कोस्ट गार्ड के डीजी राजेंद्र सिंह जुड़ गए हैं।
भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल ने भरोसा दिया है कि वह भी उत्तराखंड में अपने मूल गांव से निरंतर जुड़ने के क्रम में हैं और जल्द ही अपना वोट अपने मूल गांव में स्थानांतरित करेंगे। राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल ने यह भरोसा राज्यसभा सदस्य एवं भाजपा के राष्ट्रीय मीडिया प्रमुख अनिल बलूनी को दिया है। पलायन से खाली हो रहे पर्वतीय क्षेत्र में रिवर्स पलायन को लेकर वरिष्ठ भाजपा नेता अनिल बलूनी अपनी पहल ‘अपना वोट, अपने गांव’ जारी रखे हुए हैं।
भाजपा नेता अनिल बलूनी ने कहा कि उत्तराखंड की इन बड़ी हस्तियों की ओर से ‘अपना वोट अपने गांव’ की पहल को समर्थन देने से देश-विदेश में रह रहे प्रवासी उत्तराखंडियों में सकारात्मक संदेश जाएगा। इससे गांव को फिर से आबाद करने व पलायन को रोकने का अभियान आगे बढ़ेगा। राज्यसभा सदस्य अनिल बलूनी ने कहा कि हमारे पूर्वजों के खून-पसीने से सींची हुई धरती आज भुतहा और बंजर स्थिति में बदलना दुर्भाग्यपूर्ण है। इस स्थिति को बदलने और गांवों को संवारने के लिए सबका सहयोग आवश्यक है।
कोस्ट गार्ड के डीजी राजेंद्र सिंह से भी भाजपा नेता और सांसद अनिल बलूनी भेंट कर चुके हैं। राजेंद्र सिंह ने इस दौरान यह बताया कि चकराता क्षेत्र में उनके गांव में वह भवन निर्माण करा रहे हैं। उन्होंने उक्त दोनों महानुभावों को अपना वोट-अपने गांव अभियान का प्रतीक चिह्न भी भेंट किया। उन्होंने कहा कि वह आगामी 15 अगस्त तक ऐसे महानुभावों और इस पर चिंता करने वाले व्यक्तियों से संवाद कर अनुरोध करेंगे कि पहाड़ों को दोबारा आबाद करने व पलायन रोकने की संयुक्त पहल को मजबूत किया जाए।