भारतीय संस्कृति हमेशा से ही विदेशियों को अपनी ओर आकर्षित करती रही है। वर्तमान में भी ऐसे अनेक उदाहरण हमारे सामने आते रहते हैं जब विदेशी नागरिकों ने भारतीय सभ्यता एवं संस्कृति से प्रभावित होकर या तो इसे अपना लिया हो या फिर उन्होंने इसके रीति रिवाजों या परम्पराओं से शादी के अटूट बंधन को स्वीकार किया हो। आज एक बार फिर हम आपको एक ऐसी ही हसीन पल से रूबरू कराने जा रहे हैं। जी हां.. इस बार विदेशियों की इस शादी का गवाह बनी है देवभूमि उत्तराखंड की पावन धरती। भारतीय संस्कृति से प्रभावित होकर विदेशी जोड़ा उत्तराखंड पहुंचा। यहां दोनों हिंदू रीति-रिवाज से एक दूजे संग सात फेरे लेकर सात जन्मों के बंधन में बंध गए। उन्होंने मंदिर में शादी की। अमेरिका के सीगल और स्पेन की मेरी ने रुद्रप्रयाग-गौरीकुंड पर स्थित बांसवाड़ा में गीता-कुटीर मंदिर में गांव के पंडित जी ने हिंदू परंपरानुसार सीगल और मेरी का विवाह कराया। उन्होंने कहा कि भारतीय परंपरा विश्व में सर्वश्रेष्ठ है, जो बंधनों को मजबूत करने का संदेश देती है। देखिये वीडियो:
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Gepostet von Subhash Bisht am Donnerstag, 20. August 2020
सुबह गणेश पूजन के बाद हल्दी हाथ की रस्म निभाई गई। मंगल स्नान के बाद सात फेरे लिए गए। सभी रस्में पहाड़ी रीति-रिवाज के साथ पूरी की गई। नवदंपति ने कहा कि भारत देश बहुत अच्छा लगता है। वे यहां विवाह करना चाहते थे, इसलिए यहां पहुंचे। उन्होंने बताया कि दोनों लॉकडाउन से पहले से भारत में आ गए थे। बुधवार को वे नई टिहरी के नरेंद्रनगर से पैदल ही रुद्रप्रयाग होते हुए बांसवाड़ा पहुंचे। दोनों का विवाह कराने में होटल व्यवसायी अमित सजवाण और उसके पिता देवेंद्र सिंह सजवाण से भरपूर मदद की।
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