देश के विधायी निकायों के पीठासीन अधिकारियों के 79 वें दो दिवसीय अखिल भारतीय सम्मेलन का आयोजन इस बार देहरादून में किया जा रहा है। इस आयोजन का उद्घाटन लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला करेंगे। उनका कल देर शाम देहरादून आने का प्रोग्राम था लेकिन मौसम ख़राब होने के कारण विमान देहरादून नहीं आ सका जिसके बाद वो आज ट्रेन से देहरादून पहुँच रहे हैं। उत्तराखंड में पहली बार हो रहे इस आयोजन में संविधान की दसवीं अनुसूची और अध्यक्ष की भूमिका, संसदीय लोकतंत्र के सुदृढ़ीकरण व क्षमता निर्माण विषयों पर मुख्य रूप से चर्चा होगी।
उद्घाटन सत्र में मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत, केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री डॉ. रमेश पोखरियाल निशंक समेत प्रदेश सरकार के मंत्री, शहर के विधायक व पूर्व विधायक भी उपस्थित रहेंगे। विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल लोस अध्यक्ष व पीठासीन अधिकारियों का स्वागत करेंगे और उसके बाद लोस अध्यक्ष का उद्बोधन होगा। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत भी सम्मेलन में आए अतिथियों को संबोधित करेंगे। देहरादून में आयोजित पीठासीन अधिकारियों के सम्मेलन में लोकसभा अध्यक्ष, राज्यसभा के उपसभापति के अलावा 17 विधानसभा अध्यक्ष, 12 उपाध्यक्ष, विधान परिषदों के पांच सभापति, एक उपसभापति और विधानमंडलों के 21 सचिव शिरकत करेंगे।
इस आयोजन के बाद एक ख़ास तरह की तैयारी ऋषिकेश में भी की जा रही है क्यूंकि 19 दिसंबर को एक दिन के लिए तीर्थनगरी के त्रिवेणी घाट का स्वरूप बदल जाएगा। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला सहित राज्यसभा के उपसभापति, 21 राज्यों के विधानसभा अध्यक्षों, पांच राज्यों के विधानसभा अध्यक्ष, पांच राज्यों के विधान परिषद के सभापति, 27 राज्यों के विधानसभा उपाध्यक्ष, दो राज्यों के विधान परिषद के उप सभापति और 25 राज्यों के विधानसभा सचिव यहां सांध्यकालीन गंगा आरती में शिरकत करने वाले हैं। पीठासीन अधिकारियों के लिए पार्किंग से आरती स्थल तक रेड कारपेट लगाया जाएगा। कारपेट के दोनों ओर विभिन्न संस्कृत विद्यालयों के ऋषिकुमार वैदिक मंत्रोच्चारण तथा स्वास्तिक मंत्र से उनका स्वागत करेंगे। उन्होंने बताया कि अन्य लोगों के लिए आरती स्थल के समीप ही अलग से बेरिकेडिंग लगाकर व्यवस्था की जाएगी।