देवभूमि उत्तराखंड के लिए एक बड़ी खुशखबरी हाथ लगी है और वह ये कि एशियन इंफ्रास्ट्रक्चर इन्वेस्टमेंट बैंक (एआईआईबी) उत्तराखंड के 17 शहरों में अवस्थापना सुविधाओं के लिए 4200 करोड़ रुपये देने जा रहा है। यह धनराशि ऋण की शक्ल में होगी और नौ वर्ष 11 महीने के लिए मिलेगी। आपको बता दें एशियाई इन्फ्रास्ट्रक्चर इनवेस्टमेंट बैंक अंतर्राष्ट्रीय वित्तीय संस्था है। जिसका उद्देश्य एशिया- प्रशांत क्षेत्र में बुनियादी ढांचे के निर्माण का समर्थन करना है। यह बैंक चीन की सरकार द्वारा प्रस्तावित किया गया था।
इस 4200 करोड़ में सबसे बड़ा तोहफा आध्यात्मिक नगरी ऋषिकेश को मिला है, जिसके हिस्से में 50 फीसदी धनराशि आ रही है। अकेले ऋषिकेश के लिए 2100 करोड़ रुपये का ऋण इसमें मिलने जा रहा है। 17 शहरों के कायाकल्प के लिए यह प्रस्ताव तैयार किए गए थे, इन प्रस्तावों के अंतर्गत शहरों में आधारभूत ढांचे को मजबूत करने के लिए कई तरह की बातों का जिक्र किया गया है। इस योजना के तहत ऋषिकेश, पिथौरागढ़, चंपावत, टनकपुर, खटीमा, सितारगंज, जसपुर, काशीपुर, रुद्रपुर, किच्छा, अल्मोड़ा, बागेश्वर, गोपेश्वर, जोशीमठ, श्रीनगर, डोईवाला और विकासनगर को शामिल किया गया है।
ऋषिकेश शहर के महत्व को देखते हुए इसके लिए सबसे बड़ा प्रस्ताव तैयार किया गया था। जिसके बाद एआईआईबी ने उत्तराखंड के 17 शहरों के लिए दिए जाने वाले ऋण पर सैद्घांतिक सहमति दे दी है। इस योजना के तहत सड़क, बेहतरीन पेयजल आपूर्ति बनाना, सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट, नदियों के किनारों पर सुद्ढ़ीकरण के कार्य, ध्यान पार्क, इंडियन कल्चरल म्यूजियम, अच्छी बिजली आपूर्ति की व्यवस्था, सीसीटीवी की निगहबानी, मल्टीलेवल पार्किंग, अंडरग्राउंड यूटिलिटी डक, फायर सेफ्टी, स्काईवाक, कम्युनिटी क्लीनिक, फर्स्टएड सेंटर, ट्रांसपोर्टेशन हब आदि सुविधायें विकसित की जायेंगी।