वर्ष 2008 में रुद्रप्रयाग जिले के जखोली में पॉलीटेक्निक संस्थान को स्वीकृति मिली थी। स्थापनाकाल के लगभग चार वर्ष तक यह संस्थान रतूड़ा पॉलीटेक्निक में संचालित हुआ, जिसके बाद क्षेत्रीय लोगों के लंबे संघर्ष के बाद संस्थान को जखोली स्थानांतरित किया गया। वर्तमान में यह संस्थान ब्लाक कार्यालय के चार कमरों में संचालित हो रहा है, जिससे यहां अध्ययनरत छात्रों को पठन-पाठन के साथ ही काफी परेशानी उठानी पड़ रही। छात्रों के रहने को हॉस्टल तक की कोई व्यवस्था नहीं थी। संस्थान में पिछले एक दशक से भवन के साथ अन्य कई संसाधनों का टोटा बना हुआ था।
इसके बाद वर्ष 2017 में संस्थान के कैंपस के लिए शासन की ओर से 4 करोड़ 60 लाख रुपये स्वीकृत किए गए। भवन निर्माण के लिए ग्राम पंचायत जखोली के ग्रामीणों ने भी अपनी सौ नाली भूमि दान में दी। कार्यदायी संस्था विडकुल की ओर से भवन का निर्माण 90 फीसदी किया जा चुका है, लेकिन अब सरकार की ओर से पॉलीटेक्निक संस्थान को बंद करने का फरमान जारी किया गया है। इससे जनता के साथ ही जनप्रतिनिधियों में भी भारी आक्रोश है। चिरबटिया समेत तीन आईटीआई पहले ही बंद किए जा चूका है। वर्तमान में जखोली पॉलीटेक्निक में आईटी ट्रेड में 16 छात्र-छात्राएं अध्ययनरत हैं।
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