देहरादून आईएमए वो जगह जहाँ जाने का सपना हर वो युवा देखता है जो भारतीय सेना में जाना चाहता है। और यही सपना दिल में लिए वो जी तोड़ मेहनत भी करता है। अब इसी कड़ी में आज भारतीय सैन्य अकादमी (आईएमए) से पासआउट होकर 459 कैडेट्स आज विभिन्न सेनाओं में अफसर बन गए हैं। कदम-कदम बढ़ाए जा, खुशी के गीत गाए जा..ये जिंदगी है कौम की, तू कौम पे लुटाए जा।’ गाने से पूरे माहौल को देशभक्ति मय बना दिया। और फिर आत्मविश्वास से लबरेज 459 जेंटलमैन कैडेट ड्रिल स्क्वायर पर पहुंचे, तो लगा कि विशाल सागर उमड़ पड़ा हो।
8 जून शनिवार को भारतीय सैन्य अकादमी (आइएमए) में अंतिम पग भरते ही 382 नौजवान भारतीय सेना का हिस्सा बन गए हैं। इसके साथ ही 77 विदेशी कैडेट भी पास आउट हुए। दक्षिण पश्चिम कमान के जनरल ऑफिसर कमांडिंग इन चीफ लेफ्टिनेंट जनरल चेरिश मैथसन ने परेड की सलामी ली। इससे पहले ड्रिल स्क्वायर पर कैडेट आईएमए का ध्वज लेकर ऐतिहासिक चेटवुड भवन के सामने पहुंचे।
सुबह 6 बजकर 40 मिनट पर मार्कर्स कॉल के साथ परेड का आगाज हुआ। इस दौरान आईएमए के आसपास का क्षेत्र जीरो जोन रहा। यातायात मार्ग को बल्लूपुर और प्रेमनगर से डायवर्ट कर दिया गया। आईएमए की सुरक्षा व्यवस्था सेना के हाथों में, जबकि शहर में यातायात की व्यवस्था पुलिस के हाथों में रही।
ये हैं श्रेष्ठ में सर्वश्रेष्ठ
- स्वार्ड आफ ऑनर—अक्षत राज
- स्वर्ण पदक—सुरेंद्र सिंह बिष्ट
- रजत पदक–कौशलेस कुमार
- कांस्य पदक—अक्षत राज
- रजत पदक टेक्निकल ग्रेजुएट—करन सिंह
- चीफ आफ आर्मी स्टाफ बैनर—केरन कंपनी