भारतीय निशानेबाज अवनि लेखरा ने टोक्यो पैरालंपिक खेलों में गोल्ड जीतकर इतिहास रच दिया है। अवनि ने महिलाओं के 10 मीटर एयर राइफल के क्लास एसएच1 फाइनल में 249.6 अंक बनाकर विश्व रिकार्ड की बराबरी की और पहला स्थान हासिल किया। उन्होंने चीन की झांग कुइपिंग (248.9 अंक) को पीछे छोड़ा। यूक्रेन की इरियाना शेतनिक (227.5) ने कांस्य पदक जीता. भारत का पैरालंपिक खेलों में निशानेबाजी प्रतियोगिता में यह पहला पदक है। टोक्यो पैरालंपिक में भी यह देश का पहला स्वर्ण पदक है।
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वहीं, भारत के योगेश कथुनिया ने F56 डिस्कस थ्रो इवेंट में सिल्वर मेडल जीता है। सोमवार को उन्होंने अपने छठे और आखिरी प्रयास में (44.38 मीटर, सीजन बेस्ट) अपना सर्वश्रेष्ठ थ्रो किया और पदक पर कब्जा कर लिया। इसके अलावा देवेंद्र झाझरिया ने जेवलिन थ्रो में सिल्वर मेडल और सुंदर सिंह ने ब्रॉन्ज पर कब्जा किया।इसी के साथ भारत ने टोक्यो पैरालंपिक में कुल 7 मेडल जीत लिए हैं। स्वर्ण पदक श्रीलंका के Mudiyanselage Herath ने जीता है. उन्होंने 67.79 मीटर का थ्रो किया। वहीं, देवेंद्र ने 64.35 मीटर और सुंदर सिंह ने 64.01 मीटर दूर भाला फेंका। राजस्थान के चुरु जिले के देवेंद्र झाझरिया ने इससे पहले रियो पैरालंपिक- 2016 में गोल्ड मेडल जीता था। उनके नाम भारत की ओर से पैरालंपिक में दो बार गोल्ड जीतने का रिकॉर्ड दर्ज है।
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देवेंद्र ने रियो डे जेनेरो में जैवलिन थ्रो के एफ 46 इवेंट में 63.97 मीटर जैवलिन फेंककर एथेंस पैरालंपिक में 62.15 मीटर के 2004 के अपने ही रिकॉर्ड को तोड़ते हुए गोल्ड मेडल जीता था। देवेंद्र के पास अब कुल 5 पैरालंपिक मेडल हो गए हैं जिसमें से दो गोल्ड, दो सिल्वर और एक कांस्य है।