उत्तराखंड में राजनीति का सिलसिला ख़त्म होने का नाम ही नहीं ले रहा है. भाजपा की राज्यसभा सीट के लिए आज उत्तराखंड के राष्ट्रीय प्रवक्ता अनिल बलूनी ने अपना नामांकन पत्र दाखिल किया. अनिल बलूनी का राज्यसभा निर्विरोध चुना जाना है. जिस तरह से पूर्व मुख्यमंत्री विजय बहुगुणा के राज्यसभा की दावेदारी को लेकर तमाम अटकले चल रही हैं, उन सबके बीच भाजपा राष्ट्रीय नेतृत्व में युवा चेहरे को तरजीह देते हुए सेकंड लाइन के नेता अनिल बलूनी को राज्यसभा का उत्तराखंड से उम्मीदवार बना दिया गया.
हरीश रावत कार्यकाल में भी राज्यसभा सीट पर पूर्व मुख्यमंत्री विजय बहुगुणा का नाम भी चर्चा में रहा और उनका राज्यसभा ना भेजने की कीमत हरीश रावत को अपनी सरकार गिरा कर करनी पड़ी. हालांकि कांग्रेस और भाजपा में अलग ही समीकरण देखा जा रहा है. मौजूद हालात को देखते हुए भाजपा संगठनात्मक तौर पर तो मजबूत है ही साथ ही वह विधानसभा के आंकड़ों में भी बहुत ज्यादा मजबूत मन जा रहा है. लिहाजा अनिल बलूनी के राज्यसभा जाने के बाद पूर्व की तरह भगोड़ा की नाराजगी से सरकार और संगठन को कोई फर्क नहीं पड़ने वाला है. फिलहाल तो अनिल बलूनी राज्यसभा के लिए चल पड़े हैं वहीं पूर्व मुख्यमंत्री विजय बहुगुणा आगामी स्थिति के लिए आस लगाए जा रहे हैं.