एक बार फिर आरक्षण का मुद्दा पूरे देशभर में जोर पकड़ता जा रहा है। क्यूंकि हाल ही में पदोन्नति में आरक्षण को लेकर सुप्रीम कोर्ट ने एक निर्णय दिया है। सुप्रीम कोर्ट ने अपने निर्णय में नैनीताल हाईकोर्ट के उस आदेश को निरस्त कर दिया, जिसमें हाईकोर्ट ने सितंबर 2012 में पदोन्नति में आरक्षण न दिए जाने के शासन के आदेश पर रोक लगा दी थी। सोमवार को यह मसला लोकसभा और राज्यसभा में गूंजा। इसके बाद राहुल गांधी ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि भाजपा और आरएसएस को आरक्षण चुभता है। भाजपा सरकार जितना भी प्रयास कर लें वह इसे समाप्त नहीं होने देंगे।
सर्वोच्च न्यायालय के प्रमोशन में आरक्षण को लेकर आए फैसले के बाद विपक्षी दलों के निशाने पर आई उत्तराखंड की त्रिवेंद्र सरकार ने सोमवार को अपनी स्थिति साफ कर दी है। त्रिवेंद्र सरकार ने वर्ष 2012 में तत्कालीन विजय बहुगुणा मंत्रिमंडल के निर्णय की कापी जारी की है। इसके अनुसार कांग्रेस सरकार ने पदोन्नति में आरक्षण नहीं दिए जाने का निर्णय लिया था। मुख्यमंत्री कार्यालय ने 9 नवंबर 2012 को तत्कालीन मुख्यमंत्री विजय बहुगुणा की कैबिनेट के निर्णय को सार्वजनिक किया। निर्णय के अनुसार प्रमोशन में आरक्षण की व्यवस्था को समाप्त किया गया था। इसके बाद इसी क्रम में निर्णय लिए जाते रहे हैं।
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर बड़ा हमला बोला है। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि लगता है कि राहुल गांधी आज फिर नशा करके संसद में चले गए थे। उन्हें मालूम होना चाहिए कि उत्तराखंड में वर्ष 2012 में कांग्रेस की सरकार थी। इसी अवधि में कांग्रेस की सरकार ने मंत्रिमंडल की समिति बनाकर पदोन्नति में आरक्षण न देने का निर्णय लिया था। वह राहुल गांधी से कहना चाहते हैं कि अगर वे भविष्य की राजनीति करना चाहते हैं तो थोड़ा पीछे भी देखें।