Home देश सबसे कम उम्र की महिला पायलट हुयी देश के लिये शहीद

सबसे कम उम्र की महिला पायलट हुयी देश के लिये शहीद

देश सेवा के लिये एक और जवान ने अपने प्राण न्योछावर कर दिये। भारतीय कोस्टगार्ड की असिस्टेंट पायलट 17 दिन तक जीवन और मौत के बीच संघर्ष करते हुये शहीद हो गयी। महाराष्ट्र के पास रायगढ में मुरूड के पास कोस्टगार्ड का चेतक हैलिकॉप्टर 10 मार्च क्रेश हो गया था। इस दुर्घटना में कोस्टगार्ड की असिस्टेंट पायलट और सहायक कंमाड कैप्टन पेनी चौधरी के सर में चोट आयी थी। जिसके बाद उन्हें नोसैनिक अस्पताल आईएनएचएस अश्विनी में भर्ती कराया गया। जहां पर उनके सर की सर्जरी की गयी और उसके बाद उन्हें लाईफ सपोर्ट सिस्टम पर रखा गया था। लेकिन उन्हें काफी प्रयासों के बाद भी बचाया नहीं जा सका। उनका कल निधन हो गया।

पेनी चौधरी देश की उन चुनिंदा लडकियां में से थी जिन्हें इंडियन कोस्टगार्ड में पायलट के रूप में पोस्टिंग मिली थी। पेनी चौधरी अभी केवल 26 साल की थी। करीब 3 साल पहले उन्हें कोस्टगार्ड में पोस्टिंग मिली थी। वे सबसे कम उम्र की महिला पायलेटों में से एक थी। पेनी के एक स्कुल के साथी ने बताया की पेनी पढने में बहुत होशियार थी वे हमेशा स्कुल में टॉप करती थी। साथ ही साथ वह लोगों की मदद के लिये भी हमेशा आगे रहती थी। पेनी के चाचा कर्नल मनबीर ने बताया कि उनका परिवार सेना से जुडा रहा है। उनके चाचा ने 1962 के भारत और चीन के बीच यूद्ध में शहीद हो गये थे। पेनी इस घर की दूसरी है जिन्होनें देश के लिये बलिदान दिया है।