इस साल उत्तराखंड की पांच प्रमुख हस्तियों पर्यावरणविद डॉ.अनिल प्रकाश जोशी, पर्यावरणविद कल्याण सिंह, डॉ.योगी एरन, डॉ. भूपेंद्र कुमार सिंह संजय और किसान प्रेम चंद शर्मा को पद्म पुरस्कारों से नवाजा गया है।
राष्ट्रपति भवन में मंगलवार को आयोजित समारोह में राष्ट्रपति कोविंद ने पद्म पुरस्कार विजेताओं को सम्मानित किया। इस दौरान उत्तराखंड की दो हस्तियों डॉ. भूपेंद्र कुमार सिंह संजय और किसान प्रेम चंद शर्मा को पद्म श्री पुरस्कार से नवाजा।
दून के प्रसिद्ध ऑर्थोपेडिक सर्जन डॉ.भूपेंद्र कुमार सिंह संजय को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने पद्मश्री पुरस्कार से सम्मानित किया है। हड्डी का सबसे बड़ा ट्यूमर निकालने का रिकॉर्ड भी उनके नाम दर्ज है। सर्जरी में हासिल की गई उपलब्धियों को देखते हुए ही उनका नाम लिम्का और गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में भी दर्ज है।
देहरादून जिले के चकराता ब्लाकर के हटाल गांव के प्रगतिशील किसान प्रेम चंद शर्मा को भी राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने पद्मश्री पुरस्कार से नवाजा है। शर्मा ने खेती किसानी में नए वैज्ञानिक तकनीक का इस्तेमाल कर एक मिसाल पेश की। सेब, अनार समेत अन्य बैमौसमी सब्जियों का उत्पादन कर किसानों को प्रोत्साहित किया। सेब व अनार की नई किस्म का उत्पादन किया। साथ ही आर्गेनिक खेती को बढ़ावा दिया। इसके अलावा पर्वतीय क्षेत्रों में सिंचाई की समस्या के चलते प्रेम चंद शर्मा ने प्लास्टिक मल्चिंग और टपक सिंचाई का प्रयोग कर सफलतापूर्वक अनार की खेती की। पहाड़ में खेती की उनकी इस तकनीक से मृदा नमी बनी रही और 25 से 30 फीसदी तक उत्पादन बढ़ा।
रामनाथ कोविंद ने हैस्को प्रमुख पर्यावरणविद डॉ.अनिल प्रकाश जोशी को पद्मभूषण, जबकि पर्यावरणविद कल्याण सिंह और डॉ.योगी एरन को पद्श्री सम्मान देकर सम्मानित किया था।